कानपुर (पीटीआई)। जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी पर एक और केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को कहा कि इरफान सोलंकी पर एक बांग्लादेशी परिवार को प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित एक मामले में मामला दर्ज किया गया है, जिसका इस्तेमाल आधार सहित भारतीय दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए किया गया था। इरफान सोलंकी 8 नवंबर से जेल में हैं, जब उन्होंने भूमि विवाद के एक मामले में दंगा और आगजनी का मामला दर्ज होने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया था। विधायक पर फर्जी आधार का इस्तेमाल करने का भी आरोप है। बता दें कि 11 दिसंबर को कानपुर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी परिवार के चार सदस्यों को फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसमें एक किशोर को भी पकड़ा गया।

इरफान सोलंकी ने प्रमाण पत्र जारी किए
पुलिस ने इनके पास से 13 फर्जी पासपोर्ट, पांच आधार कार्ड, शिक्षा प्रमाण पत्र, विदेशी मुद्रा, सोने के गहने और 14 लाख रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि पुलिस जांच में पुष्टि हुई है कि जेल में बंद विधायक ने परिवार को प्रमाण पत्र जारी किए थे जिनका इस्तेमाल भारतीय दस्तावेज प्राप्त करने के लिए किया गया था। अधिकारी ने कहा कि इरफान सोलंकी के हस्ताक्षर परिवार को जारी प्रमाणपत्रों से मेल खाते हैं।

अखिलेश यादव बोले इरफान सोलंकी निर्दोष
सोमवार को जेल में विधायक से मिलने पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि इरफान सोलंकी निर्दोष हैं और उन्हें आपराधिक मामलों में झूठा फंसाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें सलाखों के पीछे रखने के लिए झूठे मामले दर्ज किए और उन्हें एक अन्य मामले में फंसाने के लिए फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया।

इरफान सोलंकी को आरोपी बनाया गया
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर वह कानपुर से नहीं गए होते, तो पुलिस वही करती जो पुलिस हिरासत में मारे गए बलवंत सिंह और मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे के साथ किया। सपा प्रमुख के सोमवार को शहर छोड़ने के पता चला कि बांग्लादेशी परिवार की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में इरफान सोलंकी को आरोपी बनाया गया है।

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