कुछ से पूछताछ जारी

डिप्टी जेलर हत्याकांड में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में दो क्रिमिनल गैंग्स के एक साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। इस बारे में एडीजी/आईजी जीएल मीणा का कहना है कि जेल में बंद अपराधियों पर नकेल कसने व उन पर सख्ती को ही श्री त्यागी के मर्डर का कारण माना जा रहा है। इसके अलावा जिन रास्तों से शनिवार की सुबह डिप्टी जेलर गुजरे थे पुलिस की उन पर भी नजर है। पुलिस के मुताबिक यहां स्थित कई दुकानों और बड़ी बिल्डिंग्स के बाहर लगे सीसीटीवी के फुटेज से काफी कुछ हाथ लगने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारे उनके पीछे पहले से ही लगे थे। फुटेज से भी उनकी पहचान कराई जा रही है। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस टीम टॉवरों से जुड़े आंकड़ों व संदिग्ध फोन नंबरों की भी जांच कर रही है।

वायस लागर की भी ले रहे हैं मदद

डिप्टी जेलर हत्याकांड में पुलिस हाईप्रोफाइल क्रिमिनल्स को भी शक के दायरे लेकर जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो ऐसे क्रिमिनल्स जो हाल ही में जेलों से छूटे हैं। उनकी फोन पर चल रही बातचीत को अलग-अलग जिलों के वायस लागर के जरिए ट्रेस की जा रही है। जेलों से यह भी पता लगाया जा रहा है कि घटना से पहले और बाद में कितने हार्डकोर क्रिमिनल्स अपना बेल कैंसिल कराकर जेल में दाखिल हुए हैं। सिटी के जिला जेल के बाहर सिक्योरिटी भी बढ़ा दी गई है।  

फरार हुए बंदी भी शक के दायरे में

डिप्टी जेलर अनिल त्यागी हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस के शक की सुई पिछले दिनों पेशी से लौटते वक्त फरार हुए हार्डकोर क्रिमिनल सुनील यादव पर भी जा टिकी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो डिप्टी जेलर ने जेल में बंद सुनील पर काफी सख्ती की थी। इससे वो डिप्टी जेलर से खुंदश खाये बैठा था। फरारी के बाद पुलिस के पास उसकी फोटो तक नहीं थी। बाद में डिप्टी जेलर ने ही इस बंदी की फोटो पुलिस को उपलब्ध कराई थी। इसके बाद भी वह अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके अलावा जेल में मुन्ना बजरंगी, चर्चित विधायक मुख्तार अंसारी, बीकेडी, अजय विजय, अजय यादव समेत कई गिरोह के कुख्यात अपराधी भी बंद हैं। इन सभी की एक्टिविटीज पर भी नजर रखी जा रही है।

डिप्टी जेलर हत्याकांड में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में दो क्रिमिनल गैंग्स के एक साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। इस बारे में एडीजी/आईजी जीएल मीणा का कहना है कि जेल में बंद अपराधियों पर नकेल कसने व उन पर सख्ती को ही श्री त्यागी के मर्डर का कारण माना जा रहा है। इसके अलावा जिन रास्तों से शनिवार की सुबह डिप्टी जेलर गुजरे थे पुलिस की उन पर भी नजर है। पुलिस के मुताबिक यहां स्थित कई दुकानों और बड़ी बिल्डिंग्स के बाहर लगे सीसीटीवी के फुटेज से काफी कुछ हाथ लगने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि हत्यारे उनके पीछे पहले से ही लगे थे। फुटेज से भी उनकी पहचान कराई जा रही है। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस टीम टॉवरों से जुड़े आंकड़ों व संदिग्ध फोन नंबरों की भी जांच कर रही है।

वायस लागर की भी ले रहे हैं मदद

डिप्टी जेलर हत्याकांड में पुलिस हाईप्रोफाइल क्रिमिनल्स को भी शक के दायरे लेकर जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो ऐसे क्रिमिनल्स जो हाल ही में जेलों से छूटे हैं। उनकी फोन पर चल रही बातचीत को अलग-अलग जिलों के वायस लागर के जरिए ट्रेस की जा रही है। जेलों से यह भी पता लगाया जा रहा है कि घटना से पहले और बाद में कितने हार्डकोर क्रिमिनल्स अपना बेल कैंसिल कराकर जेल में दाखिल हुए हैं। सिटी के जिला जेल के बाहर सिक्योरिटी भी बढ़ा दी गई है।  

जेल पहुंचे ्रष्ठत्र

शनिवार को हुई इस वारदात के बाद एडीजी/आईजी जीएल मीणा रविवार को जिला जेल पहुंचे। उनके साथ डीआईजी जेल वीके जैन भी थे। अधिकारियों ने जेल अधिकारियों से हत्या की कड़ी को सुलझाने के बाबत बात की। एडीजी ने बताया कि जेल में अपराधियों से पूछताछ के लिए नहीं बल्कि अधिकारियों का हौसला बढ़ाने के लिए गए थे। एडीजी के मुताबिक पूरे जोन के सक्रिय अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। दावा किया कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारे जल्द ही सलाखों के अंदर होंगे।

फरार हुए बंदी भी शक के दायरे में

डिप्टी जेलर अनिल त्यागी हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस के शक की सुई पिछले दिनों पेशी से लौटते वक्त फरार हुए हार्डकोर क्रिमिनल सुनील यादव पर भी जा टिकी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो डिप्टी जेलर ने जेल में बंद सुनील पर काफी सख्ती की थी। इससे वो डिप्टी जेलर से खुंदश खाये बैठा था। फरारी के बाद पुलिस के पास उसकी फोटो तक नहीं थी। बाद में डिप्टी जेलर ने ही इस बंदी की फोटो पुलिस को उपलब्ध कराई थी। इसके बाद भी वह अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके अलावा जेल में मुन्ना बजरंगी, चर्चित विधायक मुख्तार अंसारी, बीकेडी, अजय विजय, अजय यादव समेत कई गिरोह के कुख्यात अपराधी भी बंद हैं। इन सभी की एक्टिविटीज पर भी नजर रखी जा रही है।