AGRA: संथारा के समर्थन में जैन समाज की मौन हुंकार की गूंज शहर की सड़कों पर नजर आई। बरसात भी जैन समाज की राह नहीं रोक सकी। सुबह से ही जैन समाज के महिला पुरुष जुलूस के रूप में मुहल्लों से निकल कर सुभाष तिराहा पर पहुंचने लगे। हाथों में बैनर थाम कर शहर की राहों पर निकली तो राहें भी थम गई। कोई आवाज नहीं, लेकिन हाथों में तख्तियां एवं बैनर एक बड़ा संदेश दे रहे थे।

हाथों पर काली पट्टी बांधी

धर्म बचाओ आंदोलन समिति के तत्वावधान में संधारा एवं संल्लेखना को धर्म साधना बताते हुए मौन अ¨हसा जुलूस निकाला। सोमवार को सुबह से ही रिमझिम बरसात शुरु हो गई थी। मुहल्लों से जुलूस के रूप में महिला एवं पुरुष हाथों पर काली पट्टी बांधकर श्रीछदामीलाल जैन मंदिर पर पहुंचे। बालयोगी मुनिश्री अमित सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में अ¨हसा जुलूस का शुभारंभ हुआ।

पुलिस फोर्स रही अलर्ट

जितेंद्र जैन मुन्ना की अध्यक्षता में निकले इस मौन जुलूस में हर आयु वर्ग से जुड़े हुए लोग थे। 12-14 साल के बच्चे भी हाथ में तख्ती लेकर चल रहे थे, जिन पर संथारा का महत्व लिखा हुआ था। सफेद कपड़ों के साथ में बाजू में काली पट्टी बांधे पुरुष एवं केसरिया साड़ी में महिलाओं की भीड़ सड़क पर उतरी तो राहें भी थम गई। जैन समाज के हुजूम को देखते हुए पुलिस फोर्स भी तैनात थी।

चंद्राप्रभ मंदिर में हुई सभा

अफसर भी जुलूस के साथ में ही चले। जुलूस सेंट्रल चौराहा, सदर बाजार, घंटाघर होते हुए चंद्राप्रभ जैन मंदिर में पहुंचा। इस दौरान शहर की राहों पर जाम के हालात पैदा हो गए। बगैर एक शब्द बोले जैन समाज ने संथारा एवं संल्लेखना के समर्थन में एक बड़ी हुंकार भरी। चंद्राप्रभ जैन मंदिर में सभा के बाद में सिटी मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार को प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।