जयपुर निवासी हैं मोनार्क शर्मा

जयपुर निवासी मोनार्क ने जयपुर के ही महावीर जैन स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने 2011-12 में नासा के कुछ कार्यक्रमों में भाग लिया और फिर यहां से उनकी किस्मत चमक गई। मोनार्क भारतीय सेना ज्वाइन करना चाहते थे पर ऐसा हुआ नहीं पर अब वो खुश हैं। अमेरिकी सेना ने मोनार्क को एएच-64 लड़ाकू हेलीकॉप्टर इकाई में बतौर वैज्ञानिक नियुक्त किया है। अमेरिकी सेना में शानदार पद पाने वाला यह युवक एक भारतीय है। मोनार्क को अमेरिकी सेना की ओर से अब 1.20 करोड़ रुपए सालाना का पैकेज मिला। अमेरिकी वायुसेना का मुख्यालय टेक्सास के फोर्ट हूड में है।

भारतीय सेना में आना चाहते थे मोनार्क

वायुसेना के वैज्ञानिक के तौर मोनार्क लड़ाकू विमानों की डिजाइन तय करेंगे। विमानों का निरीक्षण कर विमानों के निर्माण कार्य को देखने की जिम्मेदारी मिली है। एक साल तक उन्हें यही काम देखना होगा। 2013 में मोनार्क ने अपने करियर की शुरुआत अमेरिकन अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मास काम्युनिकेशन विभाग में जूनियर साइंटिस्ट के रूप में की थी। उन्हेंने 2016 में अमेरिकी सेना ज्वाइन की। तीन महीने में ही मोनार्क ने ऐसा काम करके के दिखाया कि अमेरिकी सेना ने खुश होकर उन्हें आर्मी सर्विस मेडल और सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा। मोनार्क शर्मा के पिता राजस्थान पुलिस में अतिरिक्त निजी सचिव के रूप में तैनात हैं। मोनार्क  को शुरू से ही अंतरिक्ष विज्ञान सुरक्षा उपकरण में रुचि रही है।

Interesting News inextlive from Interesting News Desk

Interesting News inextlive from Interesting News Desk