नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जल जीवन मिशन मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन देश की महिलाओं को उनके समय और प्रयासों को बचाकर सशक्त बना रहा है, जो पहले पीने के पानी को लाने के लिए लंबी दूरी तय करने में खर्च किया जाता था। प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान, विभिन्न ग्राम पंचायत प्रमुखों और पानी समितियों / ग्राम जल और स्वच्छता समितियों (वीडब्ल्यूएससी) के प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी को बताया कि जल जीवन मिशन के माध्यम से उनके गांवों के हर घर में अब एक नल कनेक्शन है जो उन्हें स्वच्छ पीने योग्य पानी प्रदान करता है। बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री को बताया गया कि गांवों में महिलाएं अब अपना समय अपने बच्चों को शिक्षित करने और आय उत्पन्न करने वाली अन्य गतिविधियों में भाग लेने में लगाती हैं।


राष्ट्रीय जल जीवन कोष का भी पीएम मोदी ने किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जल जीवन कोष का भी शुभारंभ किया, जहां कोई भी व्यक्ति, संस्था, कॉर्पोरेट, या परोपकारी, चाहे वह भारत में हो या विदेश में, हर ग्रामीण घर, स्कूल, आंगनवाड़ी में नल का पानी कनेक्शन प्रदान करने में मदद करने के लिए योगदान दे सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार, जल जीवन मिशन पर राष्ट्रव्यापी ग्राम सभा भी आज की है। ग्राम सभा ग्राम जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना और प्रबंधन पर चर्चा करेगी और दीर्घकालिक जल सुरक्षा की दिशा में भी काम करेगी। जल समितियां ग्राम जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना, कार्यान्वयन, प्रबंधन, संचालन और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे हर घर को नियमित और दीर्घकालिक आधार पर स्वच्छ नल का पानी उपलब्ध होता है।


5 करोड़ से अधिक घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए
6 लाख से अधिक गांवों में से लगभग 3.5 लाख गांवों में पानी समितियां/वीडब्ल्यूएससी का गठन किया गया है। फील्ड टेस्ट किट का उपयोग करके 7.1 लाख से अधिक महिलाओं को पानी की क्वालिटी चेक करने के लिए ट्रेंड किया गया है।15 अगस्त, 2019 को, प्रधानमंत्री ने हर घर में स्वच्छ नल का पानी उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन की घोषणा की। मिशन के शुभारंभ के समय, केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों में नल के पानी की आपूर्ति थी।कोविड-19 महामारी के बावजूद, पिछले दो वर्षों में, 5 करोड़ से अधिक घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। अब तक, लगभग 8.26 करोड़ (43 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के घरों में नल के पानी की आपूर्ति है। 78 जिलों के प्रत्येक ग्रामीण परिवार, 58 हजार ग्राम पंचायतों और 1.16 लाख गांवों में नल से पानी की आपूर्ति हो रही है।


'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास'
अब तक 7.72 लाख (76 फीसदी) स्कूलों और 7.48 लाख (67.5 फीसदी) आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जलापूर्ति की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के विजन को साकार करने और 'नीचे से ऊपर' दृष्टिकोण का पालन करने के लिए, जल जीवन मिशन को राज्यों के साथ साझेदारी में 3.60 लाख करोड़ रुपये के बजट के साथ लागू किया गया है। इसके अलावा 15वें वित्त आयोग के तहत पंचायती राज संस्थाओं को 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए गांवों में पानी और स्वच्छता के लिए 1.42 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

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