आगरा। अगर आपके ऊपर भी जल कर बकाया है, तो गंगाजल मिलने की आपकी उम्मीद को झटका लग सकता है। अमृत योजना के तहत शहर में 25927 कनेक्शन दिए गए हैं। जल निगम ने अभी तक हो चुके कनेक्शनों की सूची जलकल को सौंप उपभोक्ताओं से शुल्क वसूलने को कहा है। ऐसे में अगर किसी पर शुल्क बकाया है, तो विभाग द्वारा उसका कनेक्शन भी काटा जा सकता है।

अमृत योजना के तहत कनेक्शन

प्रस्तावित 27263

पांच पांच- 8782

वार्ड आठ- 8982

वार्ड 20-8163

कुल 25927

तीन चरणों में वितरित होगा गंगाजल

पहला चरण आवास प्रस्तावित कनेक्शन

घटवासन, ट्रांसयमुना, छत्ता जोन, हरीपर्वत, माइथान, कोतवाली 82748 10 हजार

दूसरा चरण

स्वामी बाग, दयालबाग, खंदारी, सिकंदरा, वार्ड 20 फ्रीगंज, घटिया आजम खां, बेलनगंज, नूरी दरवाजा, अलबतिया, प्रकाश नगर यमुना पार आदि क्षेत्र 27522 9551

तीसरा चरण

सिकंदरा, बोदला, शाहगंज, रामबाग, बुन्दू कटरा 1,57 679 7714

सूर्य नगर लोहामंडी ताजगंज

पाइपलाइन की स्थिति जोन-1 जोन-2 जोन-3 कुल वार्ड

फुल कवर्ड 17 1 0 18

आंशिक रूप से 28 11 16 55

नॉन कवर्ड 1 14 12 27

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कुल 46 26 28 100

--शहर की लगभग एक चौथाई आबादी बिना इंफ्रास्ट्रक्चर गंगाजल से वंचित है।

ये होना था काम

अमृत योजना के अन्तर्गत प्रस्तावित योजनाओं की स्थिति

- गंगाजल वितरण के लिए 13.65 करोड़ की लागत से 27363 पेयजल के लिए घर-घर कनेक्शन किए जाने थे। ये काम तीन चरणों में 31 दिसम्बर तक पूरा किया जाना था, जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है। फेज-1 में 11.66 करोड़ धनराशि स्वीकृत की गई थी।

- वित्तीय वर्ष 2016-17 में 122.00 करोड़ के सापेक्ष पेयजल आपूर्ति योजना के तहत कार्य किया जाना था।

- 127.96 करोड़ की योजना में कोतवाली, शाहगंज -1 रकाबगंज, केशवकुंज के क्षतिग्रस्त जेडपीएस के स्थान पर चार नए जेडपीएस निर्माण किया जाना था। इसके अलावा गढ़ी भदौरिया, राममोहन नगर बोदला इसमें सेंट्रल पार्क के पीछे का पार्क इसमें तीन नए भूमिगत टैंक बनाया जाना प्रस्तावित है। जो अभी नहीं हो सका है। पेयजल वितरण सिस्टम के साथ-साथ जीवनी मंडी जल संस्थान से कमलानगर तक अलग फीडर मेन बिछाए जाने का काम भी शामिल था।

- तीसरे चरण में 80.00 करोड़ की लागत से शाहगंज क्षेत्र में फेस=4 के अन्तर्गत अलबतिया क्षेत्र, बालाजीपुरम, मारुति एस्टेट, आजमपाड़ा, क्षेत्र के लिए 2 जेडपीएस चार हाईटेक टैंक आदि कार्य किया जाना प्रस्तावित था।

न इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरा, न लीकेज दुरुस्त हुए

एक ओर न तो जल निगम पाइपलाइन का इंफ्रास्ट्रक्चर बिछा पाया है, न ही लोगों को गंगाजल मुहैया करा पाया है। दूसरी ओर आए दिन शहर में जर्जर पाइप लाइन लीकेज की खबरें आती रहती हैं। बावजूद इसके जलकल गंगाजल आपूर्ति के बदले शुल्क वसूली की तैयारी में जुट गया है।

लीकेज की स्थिति

मई में पाइपलाइन और मेन राइजिंग में 386 लीकेज

जून में पाइपलाइन और मेन राइजिंग में 127 लीकेज

इनको मिली थी लीकेज दुरुस्त करने की जिम्मेदारी

प्रथम जोन: अनूप सूद, विनीत चौधरी, मुलायम सिंह, हेमेन्द्र गौतम

द्वितीय जोन: रंजीत सिंह, नरेन्द्र सिंह

तृतीय जोन: शिवराज वर्मा, प्रदीप मौर्या

यहां वितरण के लिए नहीं कोई इंफ्रास्ट्रक्चर

नरीपुरा

नरीपुरा, अजीत नगर, बारह खंभा, मुस्तफा क्वार्टर, सोहल्ला

लोहामंडी

राजनगर, अशोक नगर, कंस गेट, अहीरपाड़ा, घास की मंडी

जीवनी मंडी

छोटा उखर्रा, बड़ा उखर्रा, बीच का उखर्रा, हिमाचल कॉलोनी, तख्त पहलवान, सराय मलूक

वर्जन

जल निगम ने हमको एक एक बुकलेट दी है। इसमें 25927 गंगाजल कनेक्शनों का उल्लेख है। जो भी असेसमेंट बनेगा उसी हिसाब से वाटर चार्ज लिया जाएगा। जहां तक लीकेज की बात है तो इनका पहले भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। उसके बाद ही वॉटर चार्ज लिया जाएगा।

आरएस यादव जीएम जलकल