-वर्षा जल संरक्षण से लेकर भाषा विकास पर होगा कार्य

-कॉलेज की ओर से भाषा लैब बनाया जा रहा है

-छात्रों को स्मार्ट बनाने की भी हो रही तैयारी

-नैक टीम के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल शुरू

JAMSHEDPUR: को-ऑपरेटिव कॉलेज जल्दी ही नए अवतार में नजर आएगा। कॉलेज में नैक टीम के दौरे के बाद टीम के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों पर अमल करते हुए को-ऑपरेटिव कॉलेज प्रबंधन ने इस दिशा में प्रयास तेज किये हैं। यहां के छात्रों को पढ़ाई के माध्यम से स्मार्ट बनाने की तैयारी हो रही है। सिर्फ यही नहीं कॉलेज ने वर्षा जल संरक्षण करने का निर्णय लिया है। बारिश के समय यह कार्य प्रारंभ हो जायेगा, ताकि जल का सदुपयोग किया जा सके। इसके अलावा छात्रों को स्मार्ट बनाने के लिए उनकी वक्तृत्व कला विकसित की जायेगी। इसके लिए छात्रों की विशेष कक्षाएं होंगी। कोल्हान में पहली बार भाषाओं के विकास के लिए भी को-ऑपरेटिव कॉलेज ने अपने कदम बढ़ाये हैं। कॉलेज की ओर से भाषा लैब बनाया जा रहा है। यहां अंग्रेजी, ¨हदी, उर्दू, बंगला, ओडि़या व अन्य भाषाओं के छात्र भाषा के विकास पर कार्य करेंगे तथा पुस्तकें लिखने का प्रयास करेंगे।

हम अपनी योजनाओं पर मूर्त रूप देने के लिए आगे बढ़ चुके हैं। बरसात के समय वर्षा जल संरक्षण किया जायेगा। भाषा लैब व छात्रों को स्मार्ट बनाने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू हो गई है।

-डॉ एसएस रजी, प्रिंसिपल, को-ऑपरेटिव कॉलेज