-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उल्लास में डूबा शहर, मध्य रात्रि ढोल मजीरे की धुन पर मनाया गया जन्मोत्सव

ALLAHABAD: भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि का संचरण सोमवार को शाम 5.40 बजे लगा लेकिन घरों में सुबह से ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उल्लास छाया रहा। मध्य रात्रि कान्हा जन्म की खुशियां मनाई गई तो ढोल मजीरे की धुन पर घरों में बड़े बुजुर्गो से लेकर छोटे-छोटे बच्चों ने हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की गूंज सुनाई देने लगी। शहर के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक कही पालने में झूलाकर तो कही प्रतीक स्वरूप कान्हा की प्रतिमा रखकर कान्हा के जन्म की खुशियां धूमधाम और उल्लास के माहौल में मनाई गई।

गृहस्थों ने रखा उपवास, कान्हा का पूजन

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर लोगों ने व्रत भी रखा। एक वक्त फलाहार किया गया तो मध्य रात्रि को माता देवकी व कान्हा की प्रतिमा का विधि विधान से पूजन किया गया। बड़ी से लेकर छोटी-छोटी पालकी में सजा रखे गए कान्हा को षोडशोपचार पूजन करके फूलमाला व मिष्ठान अर्पित किया गया और आरती उतारी गई।

इलाहाबाद पब्लिक स्कूल में रही धूम

इलाहाबाद पब्लिक स्कूल में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। आकर्षक वेशभूषा में सुसज्जित छोटे-छोटे बच्चों का रूप देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो उठा। बच्चों ने एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति से समां बांध दिया।