कानपुर। Jaya Ekadashi 2020 : एकादशी 4 फरवरी रात 9:49 बजे से शुरु हो कर अगले दिन यानी की 5 फरवरी रात 9:30 बजे तक रहेगी। जो लोग एकादशी का पारण करने वाले हैं उन्हें 6 फरवरी का इंतजार करना होगा क्योंकि इस दिन द्वादशी पड़ रही है जिसके खत्म होने का समय गुरुवार शाम 8:23 बजे है। इसलिए एकादशी का व्रत तो 5 फरवरी को रखा जाएगा पर पारण का शुभ मुहूर्त 6 फरवरी सुबह 7:7 से सुबह 9:18 बजे तक के बीच का है।

ऐसे करें व्रत का पारण

सूर्योदय के पश्चात स्नान कर पूरे विधि- विधान से एकादशी का पारण किया जाता है। इसका पारण द्वादशी तिथि के समाप्त होने से पहले और सूर्योदय में करना अनिवार्य है। दरअसल द्वादशी तिथि यदि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गई और एकादशी के व्रत का पारण इसके बाद किया गया तो वह पूजा पाप की श्रेणी में आती है। इस वजह से सूर्योदय पर ही इसका पारण होना अावश्यक है तो आप इसे 6 फरवरी की सुबह कर सकते हैं।

व्रत में इन बातों का रखें ध्यान

जो स्त्री या पुरुष एकादशी का व्रत रखते हैं उनके लिए ये जानना अत्यंत जरुरी है कि एकादशी के व्रत का पारण हरि वासर के दौरान न करें। व्रत तोड़ने के लिए शुभ समय सुबह का होता है। हो सके तो व्रती लोगों को दोपहर के समय व्रत नहीं खोलना चाहिए। यदि किसी वजह से प्रात: काल पारण नहीं कर पाएं तो दोपहर बाद व्रत खोलने की प्रक्रिया करें।

दो दिन पड़ने वाली एकादशी में क्या करें

कई बार तिथि अनुसार ऐसा होता है कि एकादशी दो दिन हो जाती है, जैसे कि इस साल। ऐसे में व्रतियों को क्या करना चाहिए। इस तरह की स्थिति में व्रतियों को पहले दिन वाली एकादशी को व्रत रखना व पूजा करनी चाहिए दूसरे दिन नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि दूसरे दिन वाली एकादशी सन्यासियों, विधवाओं के लिए होती है। हालांकि फिर भी भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए लोग दोनों ही दिन व्रत रखते हैं तो और भी अच्छी बात है।