-दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बदल कर डॉ जगन्नाथ मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रखने पर जेडीयू का कटाक्ष

PATNA: सुशील मोदी और जीतन राम मांझी मिलकर बिहार के डेवलपमेंट को भ्0 साल पीछे ले जा रहे हैं। इतिहासकार कहते हैं कि किसी राज्य को बर्बाद करना है तो पहले उसकी अर्थव्यवस्था तबाह करो, और ऐसा ही कर रहे मांझी और मोदी। लगातार मांझी घोषणाएं कर रहे हैं। उन्हें ठीक से ये भी पता नही है कि उन योजनाओं को पूरा करने में कितना पैसा खर्च होगा, लेकिन सुशील मोदी के बहकावे में आकर बिहार की अर्थव्यवस्था को मांझी चौपट कर रहे हैं। ये कहा जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने। राज्य के बजट से भी ज्यादा की घोषणाएं जीतनराम मांझी कर चुके हैं। इसे सामान्य रूप में लाने में अगली सरकार की हालत खराब हो जाएगी। बीजेपी और मांझी ने मिल कर सत्ता के लिए बिहार की अस्मिता को खतरे में डाल दिया है और इसके साथ ही बिहार के भविष्य पर ग्रहण लगा हुआ है।

भरोसे वाले को दी जाती है चाभी

उन्होंने कहा कि सब मांझी को अच्छा, भला, संर्घष के बीच एक संतोषी, चरित्रवान राजनेता मानते थे और शायद ऐसा नीतीश कुमार भी मानते थे तभी उन्होंने उन पर विश्वास किया। उनको अपनी जगह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया। दरअसल, जब कोई किसी को अपना मानता है, तभी तो भरोसा करता है। चाभी भरोसे वाले को ही दी जाती है। लेकिन कोई आदमी कैसे इतना कृतघ्न हो सकता है!

अपराधियों को संरक्षण दे रहे मांझी

जीतनराम मांझी आज कल अपराधियों का संरक्षण ले रहे हैं। सजायाफ्ता को सम्मान दे रहे हैं। दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बदल कर डॉ जगन्नाथ मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी रखने का फैसला कैबिनेट से कर दिया, लेकिन इससे नीतीश कुमार की सेहत पर कोई फर्क नही पड़ने वाला।

बीजेपी भी मांझी पर भरोसा नहीं करेगी

उन्होंने कहा कि शायद अपनी इस हिम्मत पर जीतन राम मांझी सोच रहे होंगे कि ऐसा करने से अमित शाह, सुशील मोदी यानी भाजपा में उनकी वाहवाही हो रही होगी। ये उन्हें बचाने दौड़ पड़ेंगे पर भाजपा या कोई भी पार्टी या दूसरा कोई नेता जीतन राम मांझी पर अब कभी भरोसा नहीं करेगा।