-नीतीश, लालू शरद और मुलायम ने दिल्ली में की मीटिंग

-थर्ड फ्रंट बनाकर ही बीजेपी से भिड़ सकेंगे, इसलिए अब कवायद तेज

- बिहार में 2015 और यूपी में 2017 में होंगे इलेक्शन

PTANA : बहुत अलग होकर देख लिया। अब एक होना ही पड़ेगा। ये समझ लिया है लालू प्रसाद, नीतीश कुमार, शरद यादव और मुलायम सिंह यादव ने भी। इसमें समझने जैसे कोई फेर नहीं है। बात सीधी सी है कि बीजेपी का जनाधार जिस तेजी से बढ़ा है उसने इन नेताओं की नींद उड़ा दी है। बिखरा जनता दल परिवार एक होने को बेताब है।

मुलायम सिंह के आवास पर हुई मीटिंग

सपा के सीनियर लीडर मुलायम सिंह के आवास पर ये मीटिंग हुई। इसमें समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यू, जेडी एस, आईएनएलडी के नेता मिले और आगे की रणनीति यानी बीजेपी के रथ को रोकने के लिए कैसे एकजुटता बने इस पर बात हुई।

पुराना परिवार एक होगा!

एक्स सीएम नीतीश कुमार ने मीटिंग के बाद बताया कि अभी एकजुट होने का फैसला हुआ और सब कुछ ठीक रहा तो एकीकरण का फैसला भी हो सकता है। यानी जनता परिवार पुराने रंग में लौट सकता है।

ये नेता पहुंचे मुलायम सिंह के घर

आरजेडी के सीनियर लीडर व अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, जनता दल सेक्युलर के नेता और एक्स पीएम एचडी देवगौड़ा और जेडीयू के सीनियर नेता व एक्स सीएम नीतीश कुमार सहित जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, आईएनएलडी के सांसद दुष्यंत चौटाला के नाम शामिल हैं।

कहां गईं बड़ी-बड़ी बातें

मीटिंग के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव प्रचार में अधिकारपूर्वक कहा गया था कि काला धन वापस लाएंगे अब मात्रा पर बात नहीं हो रही है। काले धन पर सरकार ने जो वायदे किए उसे पूरा करना चाहिए और लोगों में राशि भी वितरित की जानी चाहिए। युवाओं को रोज़गार के हसीन सपने दिखाए गए थे और अब जानकारी मिल रही है कि किसी भी तरह की वेकेंसी नहीं है। लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। किसानों के लागत मूल्य का सवाल भी उन्होंने उठाया।

'गिरगिट जैसे रंग बदल रहे मोदी'

आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व एक्स सीएम लालू प्रसाद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी उलट गए हैं गिरगिट जैसे रंग बदलता है। महंगाई, बेरोजगारी को मुद्दा बनाएंगे और युद्ध छेडे़ंगे।