-दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद में शामिल होंगे 1500 डेलीगेट

-नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर लगेगी मुहर, पारित होंगे कई प्रस्ताव

PATNA : जदयू अब बिहार से बाहर निकल देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति के खिलाफ वैकल्पिक नीति लेकर देश की जनता के सामने जाएगा। इसका खाका रविवार को राजगीर में आरंभ पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में तय किया जाएगा। वैकल्पिक नेतृत्व संभालने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तैयार रहने के लिए भी आमादा करने का प्रयास होगा। सोमवार को आयोजित खुला अधिवेशन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

पार्टी की इस दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक में ख्7 राज्यों से करीब क्भ्00 डेलीगेट शामिल होंगे। इनमें क्7क् निर्वाचित हैं, शेष नामित किए गए हैं। बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि बैठक रविवार तीन बजे से आरंभ होगी। संगठन चुनाव के लिए राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी बने अनिल हेगड़े सर्वप्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार के निर्वाचन की घोषणा करेंगे। उनके निर्वाचन पर राष्ट्रीय परिषद मुहर लगाएगी।

फिर नीतीश कुमार का अध्यक्षीय भाषण होगा। राष्ट्रीय परिषद की बैठक आरंभ होने से ठीक पहले निवर्तमान राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। दूसरे दिन आयोजित खुला अधिवेशन में राजनीतिक-आर्थिक प्रस्ताव पेश किए जाएंगे जिसपर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव सहित सभी राष्ट्रीय नेता अपने विचार रखेंगे। नीतीश कुमार का भी संबोधन होगा।

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में देश की वर्तमान स्थिति, पार्टी के दृष्टिकोण एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। नरेंद्र मोदी की वर्तमान सरकार बेरोजगारी दूर करने में विफल साबित हुई है। शैक्षणिक अराजकता, दलितों पर अत्याचार आदि बढ़ता जा रहा है। भाजपा घर वापसी जैसे उन्मादी कार्यक्रमों में लगी है। देश का आर्थिक ढांचा भी ठीक नहीं है।

सरकार पूंजीपतियों के पक्ष में नीतियां बना रही है। हम रोजगार विहीन विकास में विश्वास नहीं रखते। ऐसे में आवश्यक है कि हम देश के समक्ष वैकल्पिक नीति और वैकल्पिक नेतृत्व रखें। ख्0क्9 के चुनाव के लिए बहुत सारे दल वैकल्पिक नेतृत्व पर विचार कर रहे हैं। लेकिन जब अभय चौटाला और अजित सिंह जैसे नेता नीतीश कुमार को अपने कार्यक्रमों में आमंत्रित करते हैं और पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार उन्हें नेतृत्व संभालने के लिए सक्षम मानते हैं तो नीतीश कुमार में कुछ बात तो है। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर भी उन्हें सक्षम मान रहीं हैं। नीतीश कुमार की सोच राष्ट्रीय है। वह देश की विविधता, अखंडता और समरसता को बेहतर ढंग से समझते हैं।

आ चुके हैं शरद यादव सहित सभी राष्ट्रीय नेता

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव जावेद रजा सहित सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शनिवार को ही पटना पहुंच गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह शनिवार शाम ही राजगीर पहुंच गए।

राज्य परिषद एवं राज्य कार्यकारिणी का गठन टला

जदयू ने बिहार प्रदेश के लिए राज्य परिषद और राज्य कार्यकारिणी का गठन फिलहाल टाल दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को इसके गठन के लिए अधिकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि इसका गठन अब राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद होगा। प्रमुख नेताओं को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर लिया गया है।

''देश के सामने वैकल्पिक नेतृत्व पेश करने के लिए कई प्रक्रिया से गुजरना होगा। लेकिन यह तय है कि देश की भावी राजनीति में बिहार का बड़ा योगदान रहेगा। नरेंद्र मोदी का चेहरा नेतृत्वकर्ता के रूप में बिहार चुनाव में भी सामने लाया गया था, लेकिन चुनाव के नतीजे से देश की राजनीति में मोड़ आया है.''

-वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू