- जल निगम में तैनात इंजीनियर को हटाने के आदेश से मचा हड़कम्प

VARANASI

सपा सरकार के दौरान 2016 में जल निगम में हुई जेई और क्लर्क की भर्ती निरस्त होने की आंच बनारस में भी पड़ है। जल निगम के भगवानपुर स्थित चीफ इंजीनियर ऑफिस में सोमवार की देर रात हटाए गए सभी सहायक अभियंता, अवर अभियंता और लिपिकों की लिस्ट पहुंच गयी। जिसके बाद हड़कंप मच गया। ऑफिस में मंगलवार दिनभर आदेश को लेकर मंथन हुआ। इस कार्रवाई से बनारस जोन में कर्मचारियों की संख्या आधी हो जाएगी। इससे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के साथ वाटर सप्लाई पर भी असर पड़ेगा।

मुख्य अभियंता सभी के घर नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गए हैं। सुबह ऑफिस पहुंचकर उन्होंने मातहतों से नोटिस तैयार कराया। बनारस में अधिशासी अभियंता षष्टम खंड से पांच अवर अभियंताओं को हटाया गया है। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई खंड से एक सहायक अभियंता, दो अवर अभियंता और एक लिपिक को हटाया गया है। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई से चार अवर अभियंता और दो लिपिक को हटाया गया है। जल निगम के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिविजन से तीन अवर अभियंता और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के जोनल कार्यालय से एक सहायक अभियंता और दो अवर अभियंता हटाए गए हैं।