- एडवांस की ऑल इंडिया रैंक पर पड़ा असर

- राज्य के होनहारों को भी लगा झटका

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DEHRADUN: सीबीएसई की कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल) जहां हजारों के चेहरों पर मुस्कान देकर गई वहीं, होनहारों को भारी पड़ गई। जेईई एडवांस में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद जो कैंडिडेट्स देश में उच्च स्थानों पर रहे वे सीआरएल जारी होने के बाद ऑल इंडिया रैंकिंग में काफी पीछे खिसक गए। कारण, बोर्ड में खराब प्रदर्शन।

सीआरएल में पिछड़े होनहार

दरअसल जेईई मेंस एग्जाम का जिम्मा संभालने वाला सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) जेईई मेंस के स्कोर जारी करने के बाद ऑल इंडिया लेवल पर कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल) जारी करता है। यह सीआरएल म्0 परसेंट जेईई मेंस के स्कोर और ब्0 परसेंट क्ख्वीं बोर्ड के मा‌र्क्स को मिलाकर तैयार की जाती है। इसी सीआरएल के आधार पर कैंडिडेट्स को देशभर के आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी, गवर्नमेंट फंडेड इंस्टीट्यूशंस और अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन दिया जाता है। लेकिन, सीआरएल जारी होने के बाद इस साल देशभर से कई ऐसे कैंडिडेट्स सामने आए जिन्होंने जेईई एडवांस में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए शानदार रैंक हासिल की, मगर सीआरएल में पिछड़ गए।

यह रहा कारण

जेईई मेंस और एडवांस में बेहतरीन परफॉर्मेस के बाद भी आखिरकार रैंक गड़बड़ा गई। जिन कैंडिडेट्स का बोर्ड एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन नहीं रहा उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा है। दरअसल देशभर के संस्थानों में एडमिशन के लिए तैयार होने वाली कॉमन रैंक लिस्ट जेईई मेन के स्कोर और बोर्ड परफॉर्मेस के कंपोजिट स्कोर से तैयार की गई। रैंक के लिए जहां म्0 परसेंट जेईई मेन के स्कोर से लिए गए वहीं बाकी के ब्0 परसेंट बोर्ड मा‌र्क्स को जोड़ा गया। एक्सप‌र्ट्स का भी मानना है कि जिन कैंडिडेट्स के बोर्ड एग्जाम बेहतर हुए हैं और जेईई एग्जाम में भी बेहतर प्रदर्शन रहा उन्हें ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन जिन कैंडिडेट्स के बोर्ड एग्जाम में प्रदर्शन थोड़ा भी हल्का रहा उनकी रैंकिंग इससे गड़बड़ाई है।

कई पायदान नीचे खिसकी होनहारों की रैंक

जेईई एडवांस में प्रदेश में पहले स्थान पर रहने वाले आकाश कपूर 98 पायदान नीचे खिसके, पहले उनकी एआईआर रैंक 9भ् थी, वहीं दूसरे स्थान पर रहे निदांशु अरोड़ा करीब नौ हजार रैंक पीछे खिसके, पहले एडवांस में उनकी रैंक क्म्0 थी और तीसरे स्थान पर रहे शुभांकर सेठ भी करीब 900 पायदान नीचे गए। उन्होंने देश में 7ख्7वें स्थान पर जगह बनाई थी। हालांकि, चौथे स्थान पर रहे सक्षम जैन ने करीब पांच सौ रैंक की छलांग लगाई।

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कॉमन रैंक लिस्ट में म्0 परसेंट वेटेज जेईई के मा‌र्क्स और ब्0 परसेंट वेटेज क्ख्वीं के मा‌र्क्स का होता है। ऐसे में कुछ कैंडिडेट्स को बोर्ड में कम मा‌र्क्स आने के कारण यह झटका लगा है। हालांकि जो स्टूडेंट्स बोर्ड में बेहतर मा‌र्क्स लाए हैं उनकी रैंक में इजाफा भी देखने को मिला है।

----- विपिन बलूनी, मैनेजिंग डायरेक्टर, बलूनी क्लासेज