टार्गेट फिक्स करके पढ़ाई करने से मिली सफलता

ALLAHABAD: जेईई एडवांस में शानदार सफलता हासिल करने वाले यश श्रीवास्तव ने परीक्षा में 798 वीं रैक हासिल की। उन्होंने कुल 269 मॉ‌र्क्स हासिल किए। बातचीत के दौरान यश ने बताया कि उनकी सफलता में सबसे बड़ा हाथ उनकी प्लानिंग थी। उन्होंने बताया कि वह प्रतिदिन के लिए अपनी पढ़ाई का टारगेट फिक्स करते थे और जब तक टारगेट पूरा नहीं होता था। तब तक वह पढ़ाई करते थे। आईआईटी के दाखिले के लिए उन्होंने नाइंथ से ही प्लानिंग की थी। एपीएस चौफटा के स्टूडेंट्स रहे यश ने इस बार बोर्ड परीक्षा में 96.4 प्रतिशत मॉ‌र्क्स हासिल किया। बीटेक में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में एडमिशन लेना यश का सपना था। उन्होंने बताया कि जो रैंक हासिल हुई है, उसके हिसाब से सपना तो पूरा नहीं होगा। इतना जरूर है कि आईआईटी में इलेक्ट्रिकल ब्रांच में दाखिला मिलने की पूरी उम्मीद है। यश के पिता सुधीर कुमार श्रीवास्तव रेलवे में लोको पायलट के पद पर तैनात है। जबकि मां यामा श्रीवास्तव गृहणी है।

बेटे ने बढ़ाया पिता का मान

जेईई एडवांस में 287 अंक हासिल करके पिता का मान बढ़ाने वाले अनुराग यादव की सफलता पर पिता एमएनएनआईटी के प्रोफेसर विनोद यादव खुशी से फूले नहीं समा रहे है। अनुराग ने दसवीं की परीक्षा एमपीवीएम से पास की। इसके बाद वह पढ़ाई और तैयारी के लिए कोटा चले गए। वहीं से उन्होंने बारहवीं की परीक्षा पास की और उसके साथ ही तैयारी करके सफलता हासिल की। अनुराग ने बताया कि वह बीटेक इलेक्ट्रिकल ब्रांच से करना चाहते है। उसके बाद आईएएस की तैयारी करके उसमें सफलता हासिल करना उनका सपना है।

टेंशन लेस पढ़ाई ने दिलाई सफलता

पहली बार के प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अनुराग गौतम बताते है कि उन्होंने शुरू से ही उद्देश्य बनाया था कि उन्हें आईआईटी में दाखिला लेना है। इसके लिए उन्होंने प्रयास किया और पूरी लगन के साथ पढ़ाई की। हालांकि उन्होंने कभी पढ़ाई को लेकर बेवजह टेंशन नहीं लिया। जिसके कारण उनकी एकाग्रता पढ़ाई के दौरान पूरी तरह से थी। आईआईटी में दाखिले को लेकर उन्होंने कहा कि पहली बार में इतनी अच्छी रैंक हासिल करने का उन्होंने सोचा भी नहीं था। अनुराग के पिता गर्वनमेंट जॉब में है। अनुराग ने कभी भी सोशल मीडिया को यूज नहीं किया, लेकिन कम्प्यूटर गेम्स के शौकीन है। उनके पिता रामपाल गौतम बताते है कि कम्प्यूटर गेम्स खेलते समय अनुराग किसी दूसरी चीज पर ध्यान नहीं देते है। अनुराग कम्प्यूटर ब्रांच में एडमिशन लेकर बीटेक करना चाहते है। आगे के लिए फिलहाल उन्होंने अभी कोई खास प्लानिंग नहीं की है।