--Sunday को JEE(Advanced) conduct किया गया, बदले पैटर्न ने हैरान किया कैंडीडेट्स को

-1st paper में multiple choice question ने candidates को उलझाया, निगेटिव मार्किंग नहीं होने से मिली राहत

-2nd paper में negative marking की वजह से केंडीडेट्स ने संभलकर लिया अटेम्प्ट, 19 जून को डिक्लेयर होगा रिजल्ट

JAMSHEDPUR : संडे को ज्वॉइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन (एडवांस्ड) कंडक्ट किया गया। सिटी और आस-पास के एक हजार से ज्यादा कैंडीडेट्स इसमें शामिल हुए। बदले पैटर्न पर एग्जाम कंडक्ट होने की वजह से स्टूडेंट्स को परेशानी हुई। फ‌र्स्ट पेपर में निगेटिव मार्किंग नहीं था, लेकिन तीनों ही सब्जेक्ट्स में मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चंस पूछे जाने की वजह से कैंडीडेट्स थोड़े नर्वस दिखे। सिटी में लोयला स्कूल के अलावा डीबीएमएस स्कूल में सेंटर था। एग्जाम दो सीटिंग में कंडक्ट हुआ। फ‌र्स्ट सीटिंग सुबह 9 से 12 और सेकेंड सीटिंग दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक कंडक्ट हुआ।

क्या और कितना बदला था पैटर्न ?

जेईई (एडवांस्ड) में शामिल होने वाले कैंडीडेट्स का कहना था कि इस बार फ‌र्स्ट पेपर में एक तो निगेटिव मार्किंग नहीं थी और फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में 10-10 क्वेश्चंस मल्टीपल च्वॉइस के थे, जिनकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। एग्जाम देने वाले हिमांशु का कहना था कि मल्टीपल च्वॉइस के क्वेश्चन होने की वजह से पेपर लेंदी हो गया था और उन्हें उन क्वेश्चंस को सॉल्व करने में काफी समय लग गया। सेकेंड पेपर में मल्टीपल च्वॉइस के क्वेश्चंस नहीं पूछे गए पर प्लस तीन और माइनस वन निगेटिव मार्किंग होन की वजह से कैंडीडेट्स फ‌र्स्ट पेपर की तरह सभी क्वेश्चंस अटैम्प्ट नहीं कर पाए।

किसी के लिए मैथ्स तो किसी ने फिजिक्स टफ था

जेईई (एडवांस्ड) के लिए क्वालिफाई करने वाले सिटी और आस-पास के एक हजार से ज्यादा कैंडीडेट्स संडे को कंडक्ट हुए एग्जाम में शामिल हुए। दोनों ही पेपर के तीनों सेक्शन (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) से 20-20 क्वेश्चंस पूछे गए थे। यानी एक पेपर में 60 क्वेश्चंस पूछे गए थे और एक सही आंसर के लिए 3 मा‌र्क्स तय हैं। जेईई (मेन) में नेशनल टॉपर रहे किसलय राज का कहना था कि फ‌र्स्ट पेपर के कंपेरिजन में सेकेंड पेपर इजी था। किसलय के लिए फिजिक्स और केमिस्ट्री के कंपेरिजन में मैथ्स इजी था।

एक नजर इधर भी

- जेईई (एडवांस्ड) में सिटी के दो सेंटर्स पर एक हजार से ज्यादा कैंडीडेट्स शामिल हुए।

- पूरे कंट्री में जेईई (मेन) में डेढ़ लाख तक रैंक लाने वाले कैंडीडेट्स इस एग्जाम में शामिल हुए।

- इस बार क्वेश्चन का पैटर्न चेंज किया गया था।

- फ‌र्स्ट पेपर में तीनों ही सेक्शन में 50 परसेंट क्वेश्चंस मल्टीपल च्वॉइस के पूछे गए थे।

- फ‌र्स्ट पेपर में निगेटिव मार्किंग नहीं था, जबकि सेकेंड पेपर में प्लस तीन और माइनस वन निगेटिव मार्किंग था।

- जेईई (एडवांस्ड) का आंसर की एक जून को पब्लिश होगा।

- ऑप्टिकल रिस्पांस शीट (ओआरएस) 8-क्क् जून तक

डिस्प्ले होगा।

- रिव्यू के लिए पर क्वेश्चन भ्00 रुपए का डीडी सब्मिट करना होगा स्टूडेंट्स को।

- क्9 जून को एडवांस्ड का रिजल्ट डिक्लेयर होगा।

- इस रिजल्ट के बाद ही कैंडीडेट्स का आईआईटी के लिए रैंक डिसाइड होगी।

- कैंडीडेट्स ख्0-ख्ब् जून तक ऑनलाइन च्वॉइस भर सकते हैं।

- आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड टेस्ट ख्म् जून को

कंडक्ट होगा।

- एएटी का रिजल्ट ख्9 जून को डिक्लेयर होगा।

फ‌र्स्ट और सेकेंड पेपर में किसी को इजी और किसी को टफ कहना मुश्किल है। फ‌र्स्ट पेपर में मल्टीपल च्वॉइस के क्वेश्चंस थे, इसलिए उसे लेंदी कहा जा सकता है। सेकेंड पेपर के क्वेश्चन्स थोड़े इजी थे, लेकिन इसमें निगेटिव मार्किंग थी।

- किसलय राज, जेईई (मेन) के नेशनल टॉपर

फ‌र्स्ट पेपर में मल्टीपल च्वॉइस के क्वेश्चंस होने की वजह से परेशानी हुई। मुझे केमिस्ट्री के क्वेश्चंस मैथ्स और फिजिक्स के कंपेरिजन में टफ लगे।

- आदित्य अग्रवाल

फ‌र्स्ट पेपर के भ्0 परसेंट क्वेश्चंस तो मल्टीपल च्वॉइस वाले थे। इस वजह से फ‌र्स्ट पेपर लेंदी था। मुझे तो केमिस्ट्री इजी लगा।

- डिंपल

तीन घंटे में सिर्फ म्0 क्वेश्चंस सुनने में तो लगता है कि समय ज्यादा है पर फ‌र्स्ट पेपर में मल्टीपल च्वॉइस के क्वेश्चंस होने की वजह से इतना समय भी कम था।

- नीरज कुमार

पैटर्न चेंज था। एक पेपर में मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन्स थे, तो निगेटिव मार्किंग नहीं था। दूसरे पेपर में निगेटिव मार्किंग था, लेकिन मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन्स नहीं थे।

- प्रीति सिंह

क्वेश्चन का पैटर्न चेंज कर इस बार कैंडीडेट्स को हैरान किया गया है। मुझे फिजिक्स के क्वेश्चन्स टफ लगे।

- स्वेता कुमारी