जीवन ज्योति हॉस्पिटल में छापा मारने पहुंची टीम के सदस्यों की जमकर पिटाई हुई थी और उनके वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए थे। डॉ। बंसल इसी पर अपना पक्ष रखने के लिए आए थे। उधर, कीडगंज पुलिस ने हॉस्पिटल के तीन गार्ड को गिरफ्तार किया है.

पांच बजे पहुंचे थे होटल

वेडनसडे को मार्निंग में ही मीडिया हाउसेज में डॉ। बंसल की तरफ से यह सूचना पहुंचा दी गई थी कि वे शाम पांच बजे होटल रीजेंसी में मीडिया से मुखातिब होंगे। पुलिस को भी इसकी जानकारी थी कि डॉ.बंसल मीडिया से मुखाबित होने वाले हैं। मंगलवार को रिपोर्ट लिखे जाने के बाद जिस तरह से पुलिस डॉ। एके बंसल की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना बता रही थी, उससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि डॉ। बंसल की पत्नी वंदना बंसल प्रेस के सामने अपना पक्ष रखने आएंगी लेकिन शाम 5 बजे खुद डॉ। बंसल लाव-लश्कर के साथ होटल पहुंच गए।

एक घंटे से ज्यादा समय तक रहे

डॉ। बंसल के प्रेस कांफ्रेस के लिए पहुंचने की सूचना पर पुलिस की एक गाड़ी होटल रीजेंसी के गेट पर पहले से खड़ी थी। लेकिन, डॉ। बंसल की इंट्री के दौरान जीप में बैठे पुलिसकर्मी हरकत में नहीं आए। डॉ। बंसल होटल के कांफ्रेंस रूम में पहुंचे और करीब एक घंटे से ज्यादा वक्त तक ट्यूज्डे को जीवन ज्योति नर्सिंग होम में हुई घटना के संबंध में अपना पक्ष रखा। इस दौरान बाहर मौजूद पुलिस चुपचाप तमाशा देखती रही।

निकलते समय रास्ता रोका

प्रेस कांफ्रेंस के बाद डॉ। बंसल होटल से निकलने लगे तो पुलिसवाले सामने आ गए। सादी वर्दी में एसओ कीडगंज विनोद यादव व दो सिपाही सामने थे। अचानक बदली परिस्थितियों से अफरा-तफरी मच गई। डॉ। बंसल के साथ आया स्टॉफ वहां से हट गया। डॉ। बंसल खुद तेज रफ्तार से होटल के गेट की तरफ जाने लगे तभी एसओ विनोद यादव ने उन्हें पकड़ा और साथ चलने को कहा। इसके बाद डॉ। बंसल व एसओ इनोवा में बैठने लगे तो फिर विरोध हो गया। इसके बाद दरोगा ने उन्हें पुलिस जीप में बैठाया और पुलिस लाइन ले गए।

जीवन ज्योति का कंट्रोल रूम सीज

कीडगंज एसओ डॉ। बंसल को लेकर पुलिस लाइन पहुंचे। यहां एसएसपी नवीन अरोरा ने तीन घंटे तक उनसे पूछताछ की। एसएसपी ने कहा कि जीवन ज्योति हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे का कंट्रोल रूम सीज कर दिया गया है। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद है। पुलिस सीसीटीवी का रिकार्ड खंगालकर जीवन ज्योति हॉस्पिटल में इनकम टैक्स टीम की रेड के दौरान बंधक बनाने और मारपीट करने वालों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। हालांकि एसएसपी इस मसले पर चुप्पी साध गए कि डॉ। बंसल को हिरासत में लिया गया है या फिर गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मैं पूछताछ कर रहा हूं।

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वेडनसडे इवीनिंग फिर पहुंचे इनकम टैक्स ऑफिसर

जीवन ज्योति नर्सिंग होम में इनकम टैक्स ऑफिसर्स व कर्मचारियों की पिटाई की गई थी। इसके चलते बाधित हुई जांच की कार्रवाई शाम को शुरू हो सकी। सोर्सेज ने बताया कि इनकम टैक्स की टीम ने वेडनसडे भोर में पांच बजे तक सर्च अभियान चलाया। सोर्स ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान इनकम टैक्स टीम को जीवन ज्योति नर्सिंग होम से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। वेडनसडे नाइट नौ बजे के करीब एक बार फिर सूचना आई कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ऑफिसर एसपी सिटी के साथ हॉस्पिटल पहुंच गए हैं। वे क्या करने पहुंचे हैं? क्या छापे की कार्रवाई आज फिर शुरू की गई है? इसका ऑफिशियल कोई जवाब नहीं मिल पाया है। इनकम टैक्स ऑफिसर यह भी बताने से कतराते रहे कि छापे के दौरान मिला क्या है?

हां, आईजी और एसएसपी के साथ बैठा रहा हूं मैं: डॉ बंसल

प्रेस कांफ्रेस के दौरान डॉ। बसंल से पूछा गया कि आपके खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज है, पुलिस आपकी तलाश में दबिश देने की बात कह रही है और आप प्रेस कांफ्रेस कर रहे हैं? एक मीडियाकर्मी के इस सवाल के जवाब में डॉ। बंसल ने कहा कि ऐसा नहीं है। मैं बराबर आईजी और एसएसपी के कांटैक्ट में हूं। एसएसपी और हमने एक साथ बैठकर कल हुई घटना की फुटेज देखी है और हमला करने वालों को पहचानने की कोशिश कर रहे हैं। डॉ। बसंल जिस अंदाज में प्रेस कांफ्रेस में आए थे, उससे लग रहा था कि उन्हें हिरासत में नहीं ले पाएगी। लेकिन, यह बयान देने के करीब 20 मिनट के बाद पुलिस उन्हें हिरासत में लेने पहुंच गई।

मेरे स्टॉफ ने नहीं किया हमला

हिरासत में लिए जाने के नाटकीय घटनाक्रम से पहले डॉ। एके बंसल ने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स की टीम के साथ मारपीट हॉस्पिटल के स्टॉफ ने नहीं बल्कि मरीजों के परिजनों ने की है। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स की रेड के दौरान तीन मरीजों की मौत हुई। इससे परिजन आक्रोशित हो गए थे। इसी गुस्से में परिजनों ने इनकम टैक्स स्टॉफ की पिटाई कर दी। उन्होंने यह भी कहा हॉस्पिटल का स्टॉफ बचाने में मदद कर रहा था।

जीवन ज्योति से गायब हो गए डॉक्टर

जीवन ज्योति में इनकम टैक्स की रेड के बाद से वहां काम करने वाले डॉक्टर गायब हो गए। इसके चलते हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इंस्पेक्टर कीडगंज ने बताया कि नर्सिंग होम में तोडफ़ोड़ व बवाल के बाद वहां के ज्यादातर डाक्टर चले गए। उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स से कांटैक्ट किया गया और मरीजों को देखने के लिए कहा गया है। इसके बाद कुछ डॉक्टर मरीजों को चेक करने पहुंचे।