एक की किडनी और दूसरे के लीवर में भी लगी है चोट

2:20 बजे दोनों घायल भाइओं को रिम्स के इमरजेंसी में किया गया भर्ती, डॉक्टरों ने निकाली गोली

ऑपरेशन के लिए एक घंटे बाद किया गया सीओटी रेफर, रिम्स में रहा अफरा-तफरी का माहौल

चैंबर के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समेत सैकड़ों लोग पहुंचे, जताया रोष, प्रशासन को दिया 48 घंटे का समय

रांची : लालपुर स्थित जेवर दुकान में गोलीबारी में घायल व्यवसायी भाइयों का इलाज रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में डॉ.प्रदीप भट्टाचार्य की देखरेख में चल रहा है। दोनों को सोमवार की दोपहर करीब 2:20 बजे आनन-फानन में रिम्स के इमरजेंसी में भर्ती किया गया। माइनर ओटी में करीब एक घंटा इलाज के दौरान बड़े भाई रोहित के पेट से गोली निकाली गई। छोटे भाई राहुल को पेट और जांघ में गोली लगी थी। डॉक्टरों ने जांघ की गोली निकाल दी। पेट में गोली अंदर की ओर लगी थी, जिसे इमरजेंसी में नहीं निकाला जा सका। बाद में सीओटी में गोलियां निकलने के बाद उनकी स्थिति स्थिर है।

रात तक चला ऑपरेशन

3:22 बजे रोहित और 3:48 बजे राहुल को निकालकर ऑपरेशन के लिए सीओटी में शिफ्ट किया गया। दोनों भाइयों का ऑपरेशन देर रात तक चला। एमओटी के डॉक्टरों ने बताया कि जब दोनों भाइयों को रिम्स लाया गया तब दोनों की स्थिति गंभीर थी। रोहित को पेट की बायीं ओर एक गोली व राहुल को एक गोली पेट में दायीं ओर और एक जांघ के पास लगी थी। दोनों के शरीर से सारी गोलियां निकाली गई।

48 घंटे ऑब्जर्वेशन में दोनों

सीओटी में ऑपरेशन के बाद दोनों को ट्रामा सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया। ट्रॉमा सेंटर में दोनों का इलाज कर रहे एचओडी डॉ। प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि दोनों की हालत फिलहाल स्टेबल है। लेकिन अभी भी दोनों को 48 घंटे का क्रिटिकल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि राहुल को पेट में गोली लगने के कारण उसकीकिडनी में इंज्यूरी है, वहीं रोहित के लीवर में चोट लगी है।

सूचना मिलते ही रिम्स में जुटने चैंबर के सदस्य

गोलीबारी की घटना होते ही मिनट भर में सूचना वाट्सएप व सोशल प्लेटफार्म में वायरल हो गई। जैसे ही व्यवसायियों व उनके परिजनों को सूचना मिली सभी आनन-फानन में रिम्स पहुंचने लगे। देखते ही देखते चैंबर के सभी सदस्य, मारवाड़ी समाज, करीबी व परिजन समेत सैकड़ों लोग पहुंच गए। सभी ने घायलों की जानकारी ली। घंटे भर के लिए अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हालांकि उनके कारण दूसरे मरीजों को परेशानी नहीं हुई।

घंटों रोते-बिलखते रहे परिजन

रिम्स के इमरजेंसी के बाहर सभी परिजन जमा हो गए। दोनों घायलों की बहन-पत्‍‌नी व अन्य परिजन रोते रहे। सभी करीबी एक-दूसरे को समझा बुझा रहे थे। एमओटी के बाहर भी आधा दर्जन से ज्यादा लोग खड़े थे। सूचना मिलते ही रिम्स अधीक्षक डॉ। विवेक कश्यप ने भी इमरजेंसी आकर घायल का इलाज बेहतर ढग से करने का दिशा-निर्देश दिए।

घायलों के पिता से ली घटनाक्रम की जानकारी

मौके पर एसएसपी अनीश गुप्ता और सिटी एसपी हरिलाल चौहान भी पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने घायल के पिता बनवारी खिरवाल से पूछताछ की। जब घटना घटी, तब मौके पर वे भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दुकान में वे और दोनों बेटे थे। एक-एक कर दोनों अपराधी दुकान लूटने के इरादे से घुसे। उन्होंने मोबाइल एक जगह जमा करने को कहा। जब रोहित अपराधी से बकझक करने लगा तो एक अपराधी ने उसपर गोली चला दी। यह देखकर राहुल भाई को बचाने गया तो अपराधियों ने उसे भी अपना शिकार बना लिया। एसएसपी ने कहा कि सभी ग्रामीण और शहरी थाने को अलर्ट कर दिया गया है। सभी जगहों पर पुलिस नजर रखे हुए है। जल्द सभी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

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