- नील की गली में सुबह होते ही पहुंची आयकर की टीम

Meerut : आयकर विभाग ने बुधवार को शहर सराफा स्थित नील की गली में सर्वे किया। कुछ दस्तावेज और लाखों रुपये की नकदी बरामद किए जाने की चर्चा रही। हालांकि, आधिकारिक तौर पर आयकर विभाग की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया। सर्वे में देर शाम तक टीम जुटी हुई थी। इस दौरान विरोध में सराफा बाजार बंद रहा।

लाखों का कैश मिला

टीम ने बुधवार सुबह नील की गली में दो ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों और उनके आवास पर सर्वे और सर्च किया। देर शाम तक छानबीन की जाती रही। हालांकि, आधिकारिक रूप से अफसरों ने कोई बयान नहीं दिया। पर सूत्रों का कहना है कि सर्वे में एक ज्वैलर्स के यहां से लाखों का कैश मिला, जिसे विभाग ने जब्त कर लिया। इसके अलावा दोनों ज्वैलर्स के स्टाक से कुछ दस्तावेज भी हासिल किए। फिलहाल, इसकी जांच की जा रही है। बुधवार को ही आयकर विभाग की टीम ने मेरठ के अलावा गाजियाबाद और नई दिल्ली के कुछ ज्वैलर्स के यहां भी सर्वे किया। इस प्रकरण में ज्वैलर्स से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

बंद हो गया सराफा बाजार

आयकर विभाग की टीम जैसे ही नील की गली में पहुंची और सर्वे शुरू किया तो पूरा सराफा बाजार बंद हो गया। व्यापारी एकजुट हो गए। उन्होंने अपने प्रतिष्ठानों का ताला नहीं खोला। इस बीच बाजार में कारीगरों का हुजूम रहा। कई बार व्यापारियों ने नारेबाजी भी की। एक जगह भीड़ को लेकर आरआरएफ और पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। उधर, विरोध में सदर में भी कुछ सराफा की दुकानें बंद रहीं। देर शाम शहर सराफा में कुछ दुकानें जरूर खुल गई।

सहानुभूति लेने पहुंचे नेता

सर्वे के दौरान सराफा व्यापारियों से नेता संपर्क साधते रहे। शहर विधानसभा सीट से बसपा के उम्मीदवार पंकज जौली, फिर संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता और भाजपा नेता एवं विधायक डा। लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी पहुंचे। सभी व्यापारियों के साथ खड़े नजर आए। नेताओं ने कहा कि सराफा व्यापारी सही हैं तो डरने की कोई जरूरत नहीं है।

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पान वाले के खाते में पांच करोड़

मेरठ: आयकर विभाग मेरठ और गाजियाबाद की टीम ने मेरठ के अलावा गाजियाबाद और दिल्ली के ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों पर भी सर्वे किया। आइटी विभाग के सूत्रों का कहना है कि दिल्ली और गाजियाबाद के ज्वैलर्स के यहां कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं। टीम ने दिल्ली के एक ज्वैलर्स के यहां से ज्वैलरी जब्त कर लाखों रुपये सील किये हैं। इसके अलावा नोटबंदी के बाद बैंकों में हुए बड़े लेनदेन के मामले में गाजियाबाद में एक पान वाला भी पकड़ में आया है। उसके नाम पर जम्मू-कश्मीर बैंक की गाजियाबाद शाखा में खाता खोला गया। राहुल चौधरी नामक एक एंट्री आपरेटर द्वारा उसके खाते में पांच करोड़ रुपये जमा कराए। दावा किया गया है कि पान वाले के खाते से 50 लाख रुपये नए नोट के रूप में भी बदल लिए गए। पूछताछ में पान की दुकान चलाने वाले ने आयकर विभाग को बताया है कि उसके नाम का बस खाता है, उसमें दूसरे लोगों के पैसे जमा किए गए हैं। इसके एवज में उसे कुछ पैसे मिलते थे।