रांची : चुनाव के नाम पर कर्मचारियों को काम न करने का मौका मिल जाता है। कुछ को तो इलेक्शन ड्यूटी पर लगा दिया जाता है, लेकिन कुछ अपने साथी के इलेक्शन ड्यूटी पर जाने के कारण खुद भी काम करने के मूड में नहीं दिखते। यह सिर्फ प्रीतक मिश्रा का ही नहीं कहना है, बल्कि शनिवार को भारतीय स्टेट बैंक के इंद्रपुरी ब्रांच में पहुंचे दर्जनभर से ज्यादा ग्राहकों का कुछ ऐसा ही कहना है। गौरतलब हो कि शनिवार को झारखंड के छह अलग-अलग जिलों में चुनाव हुआ। लेकिन एसबीआई ने रांची में निर्वाचन के नाम पर काम बंद कर दिया। बैंक के गेट पर सूचना लगा दी गई कि निर्वाचन के कारण शाखा में कार्य बाधित रहेगा। इससे आम पब्लिक को बहुत मुश्किलें हुईं। जानकारी नहीं होने के कारण लगातार लोग बैंक पहुंच रहे थे, लेकिन यहां से उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा था। बैंकिंग का एक भी काम ऑफिस में नहीं हुआ, यहां तक की पासबुक अपडेट कराने में भी लोगों के पसीने छूट गए। इस बारे में जब बैंक मैनेजर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारी ट्रेनिंग में गए हुए हैं। इसलिए दिक्कत आ रही है।

काम नहीं होगा, मंडे को आइए

ऐसा नहीं था कि बैंक में पूरा सन्नाटा हो, कुछ कर्मचारी अपना अटेंडेंस बनाने तो जरूर आए थे लेकिन उन्हें काम करने की इच्छा नहीं थी। कर्मचारी अपनी कुर्सी पर भी नहीं बैठ रहे थे। कोई कंज्यूमर अपने काम को लेकर पूछता तो उसे सीधे कह दिया जाता काम नहीं होगा। सोमवार को आइएगा। कर्मचारियों के ग्राहकों के प्रति व्यवहार भी निराश करने वाला था। कभी लिंक फेल, तो कभी बैंक बंद का बहाना कर कर्मचारी काम करने से बचते रहे।

मैनेजर ने खुद अपडेट किया पासबुक

एसबीआई इंद्रपुरी ब्रांच के मैनेजर धीरज कुमार ने खुद एक व्यक्ति का पासबुक अपडेट किया। मैनेजर ने बताया कि ऑफिस में कोई नहीं है, मैन पॉवर की कमी है। जो थे वे भी ट्रेनिंग में चले गए हैं। इलेक्शन के पहले सभी को ट्रेनिंग में भेज दिया जाता है। सात दिसंबर को भी जाना है। कोई अल्टरनेट व्यवस्था नहीं है।

छह अलग-अलग जिलों में वोटिंग

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में छह अलग-अलग जिलों में चुनाव संपन्न हुआ। रांची में कोई चुनाव नहीं था। लेकिन ट्रेनिंग के नाम पर शनिवार को कर्मचारियों को काम नहीं करने का मौका मिल गया। शनिवार को चतरा, गुमला, विशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, डाल्टनगंज, पांकी, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर में हुआ।

मैं पैसा डिपॉजिट करने आया था। पैसा जमा करना जरूरी था। क्योंकि फिर संडे की छुट्टी हो जाएगी। शनिवार को बैंक बंद रहेगा, इसकी कोई जानकारी नहीं थी। कर्मचारियों ने काम करने से मना कर दिया।

-प्रतीक मिश्रा