RANCHI: भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन समेत अन्य मुद्दों के खिलाफ प्रदेश के विपक्षी दलों ने पांच जुलाई को 24 घंटे का रज्च्यव्यापी बंद बुलाया है। इस बाबत नेता प्रतिपक्ष व झामुमो के कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में उनके आवास पर बैठक हुई। इसमें विपक्षी राजनीतिक दलों के अलावा सामाजिक संगठनों का भी समर्थन मिलने की बात कही गई।

तीन घंटे चली बैठक

लगभग तीन घंटे चली विपक्षी दलों के सदस्यों की को-आर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद हेमंत सोरेन ने बताया कि पांच जुलाई को होनेवाली बंदी को लेकर समीक्षा हुई और कई विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में तय हुआ कि सभी लोग समन्वय के साथ आंदोलन में हिस्सा लेंगे। साथ ही उन्होंने दावा किया इसमें उन्हें आम लोगों का भी साथ मिलेगा।

खूंटी की घटनाओं पर चर्चा

उन्होंने कहा कि बैठक में पिछले दिनों खूंटी में हुई घटनाओं पर भी चर्चा हुई। यह भी तय हुआ है कि बंदी के समय समन्वय समिति की एक टीम बनाई जाएगी, जो खूंटी के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर मौजूदा हालात की जानकारी लेगी। वहां जिन लड़कियों के साथ घटनाएं घटी हैं, उसकी विस्तृत जानकारी ली जाएगी।

बैठक में कौन-कौन

विपक्षी दलों की समन्वय समिति की बैठक में हेमंत सोरेन के अलावा जेवीएम से बंधु तिर्की, राजद प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी, कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत, भाकपा माले के जनार्दन प्रसाद, सीपीएम के गोपीकांत बख्शी, सीपीआई के भुवनेश्वर मेहता, सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला, वासवी किड़ो, करमा उरांव समेत सामाजिक संगठनों के नेता भी शामिल हुए।

16 जुलाई को महाधरना

पांच जुलाई की बंदी के बाद संयुक्त विपक्ष का 16 जुलाई को महाधरना भी प्रस्तावित है, जिसे राजभवन के समक्ष आयोजित किया जाएगा।

सख्ती से निपटने को पुलिस प्रशासन तैयार

एडीजी सह पुलिस प्रवक्ता आरके मल्लिक ने कहा कि बंदियों से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार है। इसके लिए जिलों में कैंप की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त बंदी के दौरान बंद समर्थकों पर काबू पाने के लिए टीयर गैस, अग्निशमन दस्ता आदि को भी तैयार किया गया है।