RANCHI : 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के कल्याण के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 में अलग से बजट तैयार किया जा रहा है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग पर इस बजट को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। विभाग राज्य के वैसे अन्य विभाग जहां बच्चों के लिए योजनाएं चलती हैं, उनसे समन्वय स्थापित कर डाटा एकत्र कर रहा है जिसके बाद बजट को अंतिम प्रारुप प्रदान किया जाएगा। योजना सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने इसकी तैयारियों को लेकर सभी विभागों के प्रधान सचिव, सचिव व विभागीय प्रमुखों को पत्र लिखकर ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा गया है।

बच्चों की है बड़ी आबादी

बाल कल्याण बजट के बाबत लिखा गया है कि राज्य की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का है। राज्य सरकार उनके कल्याण और विकास के लिए प्रयत्नशल है। विभिन्न विभागों में बच्चों के कल्याण के लिए संचालित की जा रही योजनाओं को चिह्नित कर वित्तीय वर्ष 2019-20 से बाल कल्याण बजट प्रस्तुत किया जाना प्रस्तावित है।

इन विभागों की है बाल कल्याण योजनाएं

-पर्यटन एवं कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग

-समाज कल्याण विभाग

-स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग

-महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग

-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग

जनवरी में पेश होगा आम बजट

इस बाबत अपर मुख्य सचिव ने राजस्व प्राप्तियों का ब्योरा 19 नवंबर तक, स्थापना व्यय का ब्योरा 28 नवंबर तक तथा सामान्य बजट, राज्य स्कीम, केंद्र प्रायोजित स्कीम, केंद्रीय सेक्टर स्कीम, 100 प्रतिशत सेंट्रल फंडिंग एवं बाह्य सहायता प्राप्त परियोजना,12 दिसंबर तक भेजने के लिए डेडलाइन निर्धारित कर दी है। सारे रिपोर्ट मिलने के बाद जनवरी माह में राज्य का बजट पेश किया जाएगा।