-सैनेटाइजर बनाने के लिए कंपनियों को दिया जा रहा लाइसेंस

-सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा मास्क का किया जा रहा प्रोडक्शन

कोरोना को हराने के लिए सभी जगह सैनेटाइजर और मास्क का उपयोग किया जा रहा है। अधिक से अधिक लोग दिनभर खुद को और अपने घर को सैनेटाइज करें और मास्क लगाकर ही रहें, इससे कोरोना का खतरा कम होगा। इसलिए जरूरी है कि हर किसी को सैनेटाइजर और मास्क उपलब्ध कराया जाए। ऐसे में सैनेटाइजर बनाने के लिए राज्य सरकार ने भी खास तैयारी की है। राज्य सरकार सैनेटाइजर और सर्जिकल मास्क का उत्पादन बढ़ाने में जुटी है। सैनेटाइजरऔर मास्क बनाने के लिए नए लाइसेंस तत्काल जारी किए जा रहे हैं। कंपनियों को अतिरिक्त अल्कोहल मुहैया कराने के निर्देश भी सरकार ने दिए हैं।

कई कंपनियों को मिला लाइसेंस

राज्य औषधि नियंत्रण में निदेशालय के पास सैनेटाइजर का उत्पादन करने के लिए कई कंपनियों ने आवेदन दिया है। सैनेटाइजर बनाने के लिए आवश्यक ट्रेड लाइसेंस की मांग की है। इसमें वैक्सपोल बूटी मोड़ स्थित कंपनी भी शामिल है। निदेशालय द्वारा इन कंपनियों को सैनेटाइजर बनाने के लिए लाइसेंस भी जारी कर दिया गया है। अगर कोई नई कंपनी सैनेटाइजर बनाने के लिए राज्य औषधि निदेशालय में आवेदन देती है तो उनको तत्काल लाइसेंस के साथ-साथ सरकार की ओर से जो सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, वह भी दी जाएंगी। इस समय प्रदेश में औषधि और कॉस्मेटिक लाइसेंस के जरिए आधा दर्जन कंपनियां हैंड सैनेटाइजर और हैंड क्लीनर का निर्माण कर रही हैं। कुछ नए लाइसेंस और जारी किए जा रहे हैं।

एसएचजी बना रहे हैं मास्क

उद्योग विभाग द्वारा राज्य के सभी सेल्फ हेल्प ग्रुप से को-आडिनेट कर मास्क का उत्पादन कराया जा रहा है। इसके लिए राज्य के सभी जिलों में जितने भी सेल्फ हेल्प ग्रुप काम कर रहे हैं उन सभी महिलाओं को मास्क बनाने का निर्देश जिला प्रशासन की ओर से दिया गया है। प्रशासन उनको कई तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहा है, जिससे कि अधिक से अधिक संख्या में मास्क का उत्पादन हो और लोगों तक पहुंचे।

उत्पादन व बाजार पर भी है नजर

राज्य में सैनेटाइजर और मास्क बनाने वाली कंपनियों के उत्पादन के अलावा बाजार पर भी नजर रखी जा रही है। तैयार माल आसानी से बाजारों तक पहुंचे, इसकी व्यवस्था कराई जा रही है। इसका मकसद है कि सरकार के पास यह डाटा रहे कि कितने सैनेटाइजर और कितने मास्क का उत्पादन हुआ है, ताकि यह डाटा निकाला जा सके कि बाजार में जितना उत्पादन हो रहा है उतना पहुंच रहा है कि नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि उत्पादन करके लोग ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसलिए इस पर नजर भी रखी जा रही है।

अल्कोहल कराया जा रहा उपलब्ध

केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत स्टेट में अल्कोहल आधारित सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनियां 50 परसेन्ट उत्पादन बढ़ा सकती हैं। उत्पाद विभाग को निर्देश दिया गया है कि अतिरिक्त उत्पादन के लिए लाइसेंस सुविधा को आसान कर दिया जाए। उत्पाद विभाग ने निर्देश जारी भी कर दिए हैं। कुछ सैनेटाइजर कंपनियों में अल्कोहल गुजरात से आ रहा है। मौजूदा स्थिति में उनकी मांग को राज्य में ही पूरा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बाहर से अल्कोहल लेने की जरूरत ना पड़े।