रांची (ब्यूरो)। बताया गया कि पाकिस्तान से सटे राजौरी के नवशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों के सीज फायर उल्लंघन में भारतीय जवान संतोष गोप घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह शहीद हो गए। शहीद के बड़े भाई नीलांबर गोप ने बताया कि शनिवार रात करीब दस बजे सेना के कर्नल ने फोन पर यह जानकारी दी। रविवार की सुबह भी मोबाइल पर सेना के कर्नल ने फोन किया और बताया कि शहीद संतोष का पार्थिव शरीर विमान से रांची भेजा जाएगा, जहां से हेलीकॉप्टर से सोमवार की सुबह उनके गांव भेजा जाएगा।

शादी करने वाले थे संतोष

संतोष गोप इस साल दो मई को छुट्टी में घर आए थे। चार जून को छुट्टी खत्म होने पर जम्मू कश्मीर लौट गए। उनकी मां सारो देवी और पिता जीतू गोप के अनुसार, संतोष ने कहा था कि वो इस साल शादी करेगा। आप लोग लड़की देख कर रखें। उनकी योजना गुमला में जमीन खरीदकर घर बनाने की थी, लेकिन अब यह योजना धरी रह गई।

आज गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर

शहीद संतोष का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव बसिया के टेंगरा पहुंचेगा। हेलीकाप्टर उतारने के लिए प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों का इस गांव में पहुंचना शुरू हो गया है। रविवार दोपहर बसिया के एसडीपीओ दीपक कुमार और पुलिस इंस्पेक्टर बैजू उरांव गांव पहुंचे थे। उन्होंने परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी। सरकार से मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी दी। एसडीपीओ ने बताया कि सम्मान के साथ शहीद का पार्थिव शरीर लाया जाएगा। हेलीपैड से घर तक पार्थिव शरीर को सेना और पुलिस के जवान कंधा देकर लाएंगे, जहां श्रद्धांजलि सभा होगी। गांव के खेल मैदान में हैलीपैड बनाया जा रहा है।

पिता को बेटे की शहादत पर गर्व

जीतू गोप गमगीन हैं। उनका कहना है कि बड़े लाड़-प्यार से बेटा को पाला था। पुत्र खोने का गम है लेकिन उनका बेटा देश की सेवा में काम आया, इसका गर्व है। जब बेटा की सेना में नौकरी हो गई थी तो उन्हें लगा था कि अब उन्हें सहारा देने वाला मिल गया। उन्हें चिंता है कि परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य चला गया, अब उनके बुढ़ापे की लाठी कौन बनेगा।

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