JAMSHEDPUR: ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज इकाई की ओर से केयू वीसी के नाम कॉलेज के प्राचार्य डा। एसपी महालिक को ज्ञापन सौंपा तथा रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत की। यूजी सेमेस्टर 4 तथ पीजी सेमेस्टर वन में रिजल्ट में हुई गड़बड़ी को ले छात्र संघ उपाध्यक्ष शुभम कुमार झा ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय में जब से सेमस्टर सिस्टम लागू हुआ है तब से छात्रों को प्रमोटेड के नाम पर फेल किया जा रहा है और उनसे पैसा लूटने का काम किया जा रहा है।

भविष्य से खिलवाड़

विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रही है। कॉलेज सचिव कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि जब कॉलेज के द्वारा दो माह पहले ही इंटरनल एग्जाम ले लिया गया और कॉलेज प्रशासन ने यह स्वीकार किया गया है कि किसी भी प्रकार का कोई इंटरनल एग्जाम का अंक विश्वविद्यालय को नहीं भेजा गया है तो यह इंटरनल एग्जाम का ड्रामा क्यों और विश्वविद्यालय द्वारा किस आधार पर रिजल्ट को जारी किया है। अगर रिजल्ट में जल्द से जल्द सुधार नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन को बाध्य होगा। प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से कॉलेज सचिव कामेश्वर प्रसाद, प्रदीप कुमार यादव, विजेता कुमारी, जुही कुमारी, ओमकार, ¨रकू सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

निराला जन-जन के कवि थे

उधर, ग्रेजुएट कॉलेज ¨हदी विभाग की ओर से कवि महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का प्रारंभ मुख्य अतिथि कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ डीके धंजल द्वारा निराला के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर किया गया। संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए प्राचार्या ने कहा कि निराला जन जन के कवि थे। सच मायने में काव्य के क्षेत्र में वे आमलोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई देते हैं। निराला का पूरा जीवन संघर्ष भरा रहा। उनकी रचनाएं हमें संघर्षों में भी सकरात्मक रहना सिखाती है।

छायावाद के प्रमुख कवि थे

¨हदी विभाग अध्यक्ष डॉ मुकुल खंडेलवाल ने कहा कि निराला छायावाद के प्रमुख कवि थे, जो छायावाद के साथ प्रगतिशीलता के विचार को भी पुष्ट करते दिखाई देते हैं। निराला ने समाज के दबित और शोषित वर्गों पर भी अपनी ²ष्टि डाली है। विभाग की शिक्षिका डा। अनुभा जयसवाल ने निराला के कविताओं के माध्यम से बताया कि उनकी रचनाएं किस तरह से आम जनमानस को आगे बढने की प्रेरणा देती है। शिक्षक राकेश पांडेय ने निराला के जीवन के अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला और बताया कि निराला क्यों निराला हैं। संगोष्ठी में जया सिंह, प्रियंका कुमारी, रेशमी श्रीवास्तव, पुतुल कुमारी, प्रीति कुमारी ने अपने विचार रखे। संगोष्ठी का संचालन प्रियंका कुमारी और धन्यवाद ज्ञापन पूजा सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रियंवदा, सौम्या, कंचन, निर्मला, मामुनी, आदि छात्राएं उपस्थित थी।