JAMSHEDPUR: शुक्रवार को सभी सार्वजनिक बैंकों में अंतिम कार्य दिवस है इसके बाद अगले चार दिनों तक बैंक बंद रहेंगे। इसलिए बैंक से संबधित जो भी जरूरी काम हैं उसे शुक्रवार को ही निपटा लें। साथ ही वित्तीय परेशानियों से बचने के लिए कुछ नगद भी घर पर सुरक्षित रख लें। क्योंकि बैंकों की हड़ताल के कारण एटीएम भी खाली हो सकते हैं।

इसलिए रहेंगे बंद

बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर देश भर में सभी सार्वजनिक बैंक 15 व 16 मार्च को बंद रहेंगे। जबकि 13 मार्च शनिवार को दूसरे शनिवार के कारण और 14 मार्च रविवार होने के कारण साप्ताहिक अवकाश में बंद रहेगा। इसलिए शुक्रवार के बाद अगले चार दिनों तक बैंकों में कामकाज पूरी तरह से ठप रहेंगे। बैंकों की हड़ताल के कारण रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट (आरटीजीएस), बैंकों के माध्यम से होने वाले नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) सहित किसी भी तरह के चेक का क्लियरेंस नहीं होगा। दो दिवसीय इस हड़ताल में कोल्हान से लगभग 5000 से अधिक कर्मचारी शामिल होंगे।

कोल्हान में भी दिखेगा बंद का असर

निजीकरण के विरोध में इस देशव्यापी बंद का असर कोल्हान में भी दिखेगा। यहां सार्वजनिक बैंकों के 300 से अधिक शाखाएं है। ऐसे में दो दिवसीय हड़ताल के कारण यहां भी सभी बैंकों में ताले लटकते नजर आएंगे। कोल्हान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और झारखंड ग्रामीण बैंक भी हड़ताल के समर्थन में बंद रहेगा।

करेंगे ज्यादा देर काम

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के जिला संयोजक ¨रटू रजक का कहना है कि दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल हमारे वेतन बढ़ोतरी के लिए नहीं बल्कि हमारे अस्तित्व और उपभोक्ताओं को भविष्य में आने वाली परेशानियों से बचाने के लिए है। इसलिए हम सभी बैंक एसोसिएशन ने तय किया है कि शुक्रवार को शाम चार बजे बैंक बंद करने के बजाए पांच से साढ़े पांच बजे तक काम करेंगे। जो भी उपभोक्ता अपना चेक क्लियरेंस के लिए आएंगे। उन्हें वापस नहीं लौटाया जाएगा। साथ ही हमारी कोशिश होगी कि ग्राहकों को यूनो एप डाउनलोड कराएं ताकि वे इसके माध्यम से भी वे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर सकें।

एटीएम से हर दिन 15 करोड़ का ट्रांजेक्शन

एक आंकड़े के अनुसार पूर्वी सिंहभूम में विभिन्न बैंकों के लगभग 600 एटीएम संचालित हैं जहां हर दिन लगभग 15 करोड़ रुपये का ट्रांसजेक्शन होता है। इनमें बिष्टुपुर व साकची के कुछ एटीएम में एक दिन में दो से तीन करोड़ रुपये उपभोक्ताओं द्वारा निकासी किए जाते हैं। जिसके कारण यहां तीन से चार बार पैसे ड़ाले जाते हैं। बैंकों की हड़ताल के कारण इसका सीधा असर एटीएम पर पड़ेगा।