जमशेदपुर (ब्यूरो): भुइयांडीह स्लैग रोड स्थित नीतिबाग कॉलोनी में चल रहे सात दिवसीय भागवत कथा के 5वें दिन बुधवार को कथावाचक आचार्य बालव्यास पंडित विवेक महाराज ने श्रीकृष्ण बाल लीला, छप्पन भोग, माखन चोरी एवं गोवर्धन पूजा प्रसंग का वर्णन किया। बाल कृष्ण की अनेकों बाल लीलाओं का वर्णन सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथाव्यास ने कहा कि जो दूसरों को आनंद दे वह नंद और जो यश का दान करे वह यशोदा है। हमारे चेहरे की मुस्कुराहट बनी रहे, यही हमें ब्रजवासियों से सीख लेनी चाहिए। कथावाचक ने कहा कि भक्ति और भक्त की परीक्षा प्रतिकूलताओं में ही होती है। अनुकूलता में तो सभी मुस्कुराते हैं, मगर प्रतिकूलता में भी हमारा आत्मबल बना रहना चाहिए।

वह कन्हैया को प्रिय है

महाराज ने कहा कि गोकुल में श्रीकृष्ण के पर्दापण के साथ ही लक्ष्मी का वास ब्रज में हो गया। उन्होंने लक्ष्मी जी के महत्व को समझाते हुए कहा कि हम यदि परमात्मा की और जाएंगे तो लक्ष्मी हमें निश्चित प्रभु के साथ कृपा प्रदान करेगी। महाराज ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन के दौरान मटकी फोड़ प्रसंग सुनाते हुए गोकुल की मटकी फोड़ का स्मरण कराया। माखन चोरी के प्रसंग में बताया कि प्रभु माखन इसलिए खाते थे माखन माख और न से बना है। इसमें माख का अर्थ क्रोध तथा न का अर्थ नहीं है। अर्थात जो क्रोधादि विकारों से रहित है वह कन्हैया को अत्यंत प्रिय हैं।

छप्पन भोग का लगा भोग

कथा व्यास ने गोवर्धन पूजा एवं इन्द्र के मान मर्दन की कथा का विस्तार से वर्णन किया। इस अवसर पर भगवान गिरिराज महाराज के समक्ष सुंदर छप्पन भोग के दर्शन कराए गए। आरती के बाद सभी को छप्पन भोग का प्रसाद वितरित किया गया।

आज रास पंचांग का बखान

छठवें दिन गुरुवार को कृष्ण-रूक्मिणी विवाह, रास पंचांग अध्याय, गोपी उद्धव संवाद कथा का प्रसंग होगा। बुधवार को मुख्य यजमान गोविंद राम सरोज और सुनीता सरोज थे। इस अवसर पर श्रीराम सरोज, हरिओम सरोज, आकाश पाठक, मनोज शर्मा, विकाश शर्मा, संजय ठाकुर, रामेश्वर सिंह, विक्रम ठाकुर, अमृता अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे।