छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: शहर की पुलिस टीम ने एक ऐसे गिरोह के दो सदस्य मो। इकबाल और गैरैज मैकेनिकल मो। सदाब को गिरफ्तार किया है जो चोरी के दोपहिया वाहनों के पुर्जे-पुर्जे खोलकर बिक्री करते थे। मानगो के आजादनगर थाना क्षेत्र 21 नंबर में एक मकान में गिरोह ने बकायदा वाहनों के पुर्जे खोलने को एक मिनी फैक्टरी भी रखा था। वहां गैराज मिस्त्री काम करते थे। फैक्टरी से सैंकड़ों शॉकर, टायर, इंजन, लाइट, साइलेंसर, टंकी, ¨रग, सीट, हैडिल समेत चार वाहनों को जब्त किया है। एक हजार से अधिक नंबर प्लेट मिले हैं। सामानों को कदमा थाना में रखा गया है। गिरोह में कई बदमाश जुड़े हुए हैं। काफी लंबे समय से गिरोह ये काम कर रहे थे। जो दोपहिया और पा‌र्ट्स-पुर्जे जब्त किए गए हैं। उसे दूसरे को बेचने की तैयारी में थे। गिरोह का जुड़ाव अंतर्राराज्जीय वाहन चोर गिरोह से हैं। लॉकडाउन का फायदा भी गिरोह ने खूब उठाया।

सरगना पहले जा चुका है जेल

गिरोह का सरगना बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के धातकीडीह निवासी मो। इकबाल है जो अपने गुर्गो से वाहन की चोरी करवाता था। उसकी खरीद-बिक्री भी करता था। उसने ही मानगो के आजादनगर में वाहन के पा‌र्ट्स-पुर्जो को खोलने को मिनी फैक्टरी भी खोल रखा था। जहां वाहनों की डं¨पग होती थी। वाहन चोरी की खरीद-बिक्री में पहले भी इकबाल जेल जा चुका हैं। उसकी गतिविधि भी आपराधिक रही हैं। उससे पा‌र्ट्स-पुर्जे खरीदने वाले कदमा बीएच एरिया के गैरेज मैकेनिक मो। सदाब हैं। दोनों से पुलिस टीम पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ पर गिरोह से जुडे़ अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी हैं। गौरतलब है कि बीते एक वर्ष में शहर में 100 से भी अधिक दोपिहया वाहनों की चोरी हुई हैं।

कबाड़ी व गैरेजवालों को बेचते थे

फैक्टरी में चोरी के वाहनों को लाया जाता था। जहां एक दिन के अंदर ही वाहन को पुर्जा-पुर्जा खोलकर रखा जाता था इसके बद उसके पा‌र्ट्स को कबाडि़यों व गैरेज वालों को बेच दिए जाते थे। वाहन चोर ऐसा तब करते थे जब चोरी के वाहनों किस को बेच नहीं पाते थे। चोरी के वाहनों को फर्जी दस्तावेज बनाकर किसी अन्य को बेचना मुश्किल होता है। इस वजह से वाहन चुराने वाले वाहनों को सरगना को बेच देते थे। सरगना फैक्टरी में वाहन के पुर्जे-पुर्जे खुलवा देता था जिससे चोरी के वाहन की पहचान तो समाप्त हो ही जाती थी। इसके पुर्जे-पुर्जे बेचकर पैसे कमाते थे।