जमशेदपुर (ब्यूरो): रविवार को उर्स के तीसरे दिन चादरपोशी हुई। इससे पहले सुबह 10 बजे गद्दीनशीन हाजी मोहम्मद कय्यूम द्वारा चादर व संदल गस्त हुआ। उसके बाद चूना शाह बाबा दरगाह कमेटी का वार्षिक चादर दरगाह से निकला, जिसमें कमेटी के सरपरस्त हाजी हिदायतुल्लाह खान, अध्यक्ष हाजी अब्दुल लतीफ, उपाध्यक्ष जमना प्रसाद सिंह, महासचिव, हाजी कुतुबुद्दीन, सहायक महासचिव डॉ जिया अहमद, कोषाध्यक्ष अब्दुल वहाब अंसारी, सहायक कोषाध्यक्ष ताज अहमद, सदस्य शेख सलाउद्दीन, राम अवतार, अजीबुल अंसारी, विश्वनाथ प्रसाद, मो कासिम (एडवोकेट), मो सलीम (एडवोकेट), मो फारूक एहसान, हाजी मुश्ताक, मौलाना हफीजुद्दीन खतीब, बिष्टुपुर मस्जिद, बिष्टुपुर जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद इजहार अहमद इत्यादि लोग शामिल हुए।

लंगर का आयोजन

बाबा का चादर बिष्टुपुर टिस्को गेट से होते हुए मेन रोड पहुंचकर नटराज बिल्डिंग से घूमते हुए वापस दरगाह पहुंचा और ताजदार-ए-वेलायत हजरत बादशाह अब्दुर रहीम शाह उर्फ चुना शाह बाबा रहमतुल्ला अलैह के मकबरा में पेश हुआ। चादर जुलूस में शहर और झारखंड के पड़ोसी राज्यों से आए जायरीन शामिल हुए। दोपहर दो बजे से लंगर शुरू हुआ जो शाम 7 बजे तक चला। रात 9 बजे से कव्वाली का आयोजन हुआ, जिसमें कव्वाल इमाम जानी (नबीना) एंड पार्टी और कव्वाल फिरोज फिरदौसी एंड पार्टी ने एक से बढक़र एक नगमे पेश किए।

आपको बता दें कि हजऱत बादशाह अब्दुर रहीम शाह उर्फ चुना शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह के उर्स शरीफ में झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार के अलावा देश के कोने कोने से जायरीनों का उर्स के दो दिन पहले से आना शुरू हो जाता है। सोमवार की दोपहर 2 बजे से लंगर-ए-आम और नौ बजे रात कव्वाली का आयोजन होगा।