जमशेदपुर (ब्यूरो): झारखंड राज्य विश्वविद्यालय संविदा शिक्षक संघ शिक्षकों के साथ हो रहे दुव्र्यहार से नाराज है। गुरुवार को संघ के आह्वान पर बीबीएमकेयू में आवश्यकता आधारित शिक्षक डॉ। रेणु सिन्हा और डॉ। वीणा झा शर्मा के साथ महाविद्यालय और विश्वविद्यालय पदाधिकारियों द्वारा अमर्यादित व्यवहार के विरोध में कोल्हान विश्वविद्यालय सहित राज्य के सभी सात विश्वविद्यालयों में आवश्यकता आधारित शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। संघ ने राज्यपाल सह कुलाधिपति को चार सूत्री मांगपत्र भी सौंपा गया।

दर्ज कराई गई थी एफआईआर

मालूम हो कि बीते दिनों एसएसएलएनटी महाविद्यालय धनबाद की शिक्षिका डॉ। वीणा झा शर्मा ने प्राचार्या और विश्वविद्यालय पदाधिकारियों की प्रताडऩा से तंग आकर कॉलेज कैंपस में ही आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उसके कुछ दिन पूर्व स्टील सिटी कॉलेज बोकारो की शिक्षिका डॉ। रेणु सिन्हा ने प्राचार्य और विभागाध्यक्ष पर प्रताडऩा की शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी।

नहीं किया जाता उचित व्यवहार

संघ का कहना है कि लगभग सभी विश्वविद्यालयों में आवश्यकता आधारित संविदा शिक्षकों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता। इतना ही नहीं उनके मानदेय में भारी कटौती कर उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाता है। इन्ही सब घटनाओं के विरोध में राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के आवश्यकता आधारित शिक्षकों ने आज संघ के पूर्व योजना के तहत काला बिल्ला लगाकर कार्य किया।

ये मांगें हैं शामिल

संघ ने राज्यपाल को सौंपे गए मांगपत्र के जरिए आवश्यकता आधारित संविदा शिक्षकों को प्रताडि़त करने वाले पदाधिकारियों पर अविलंब कार्रवाई करने, संविदा शिक्षकों की सेवा नियमित करने, सेवा नियमित होने तक इन्हें यूजीसी द्वारा सहायक प्राध्यापकों को दिये जाने वाले मानदेय फिक्स करते हुए इनकी सेवा 65 सालों के लिए करने, आवश्यकता आधारित शिक्षकों का मानदेय में कटौती करने वाले महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई।