JAMSHEDPUR: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदेह में तीन यात्रियों को रोका गया। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे कोरोना हेल्प डेस्क में बैठे सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने तीनों यात्रियों से बारी-बारी से पूछताछ की। तीनों यात्री खांस रहे थे। उनकी जांच की गई। उनमें दिखे लक्षण का आंकलन किया गया, हालांकि लक्षण कोरोना संक्रमण से अलग दिखने पर तीनों का नाम व पता नोट कर उन्हें स्टेशन से जाने दिया गया। तीनों यात्री संबलपुर से टाटानगर आए थे। अब इन यात्रियों पर 14 दिनों तक नजर रखी जाएगी। टाटानगर स्टेशन में सिविल डिफेंस की टीम वैसे यात्रियों पर नजर रख रही है जो विदेश यात्रा के बाद टाटानगर स्टेशन पहुंच रहे हैं। टीम को यात्रियों के लगेज पर सील दिखने पर उन्हें तुरंत रोका जा रहा है और पूछताछ की जा रही है।

डॉ महंता करेंगे जांच

टाटानगर स्टेशन पर अगर कोरोना का कोई संदिग्ध मरीज मिलता है तो उसकी जांच रेलवे अस्पताल के डॉ। राजू महंता द्वारा की जाएगी। संदिग्ध को पहले टाटानगर स्टेशन के ही रिटाय¨रग रुम में बने बेड में रखा जाएगा। जहां जांच करने के बाद गंभीर समस्या होने पर उसे तुरंत रेलवे अस्पताल भेजा जाएगा।

सिविल डिफेंस को मिली ट्रेनिंग

कोरोना वायरस के संदिग्ध की पहचान करने के लिए डाक्टरों की टीम ने सिविल डिफेंस की 12 सदस्यीय टीम को प्रशिक्षण दिया है। प्रशिक्षण के बाद टाटानगर स्टेशन में 24 घंटे के लिए तीन शिफ्ट में सिविल डिफेंस के सदस्य काम कर रहे हैं।

यात्रियों को नहीं दिया गया कंबल

कोरोना वायरस के संक्रमण से यात्रियों को बचाने के लिए रेलवे ने पुरी-नयी दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस व पुरी हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस में यात्रियों को शनिवार को कंबल नहीं दिया। वहीं ट्रेन में लगे पर्दे को भी हटा लिया गया है। ट्रेन के परिचालन के समय से ही एसी के तापमान को भी कम कर दिया गया। ताकि यात्रियों को कंबल की आवश्यकता ही नहीं पड़े। टाटानगर स्टेशन से भी जरूरत के हिसाब से इन दोनों ट्रेनों में कंबल चढ़ाया जाता था लेकिन कंबल की मांग इस ट्रेन में नहीं हुई।