JAMSHEDPUR: शहर में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या लोगों के लिए चिंता की बात है। सबसे बड़ी समस्या अब चिकित्सकों के सामने उत्पन्न हुई है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिखता है, लेकिन जांच के बाद बीमारी की पुष्टि होती है। ऐसे में बगैर लक्षण वाले मरीजों ने डॉक्टरों की समस्या बढ़ा दी है। टाटा मेन हॉस्पिटल मैनेजमेंट (टीएमएच) मैनेजमेंट के मुताबिक अभी तक यहां 280 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। आश्चर्य की बात है कि इसमें से महज 20 ही ऐसे लोग थे जिनमे कोरोना के लक्षण देखने को मिला शेष 260 ऐसे थे जिनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद उनमे कोरोना होने की बात सामने आयी। डॉक्टरों की मानें तो ये स्थिति ज्यादा खतरनाक है, जो हमें और भी सतर्क रहने के सीधे संकेत दे रहा है, क्योंकि हमारे बीच में कौन व्यक्ति संक्रमित है इसका पता लगा पाना ये तब तक मुश्किल है जब तक उसकी जांच नहीं हो जाती है।

टीएमएच ने दी जानकारी

शनिवार को टीएमएच की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार अब तक 186 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चके हैं। इसमें से 168 पूर्वी सिंहभूम और 18 सरायकेला के मरीज थे। वर्तमान में 94 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। 280 में 244 की ट्रैवल हिस्ट्री थी जबकि 30 व्यक्ति दूसरों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए। छह ऐसे भी पॉजिटिव केस सामने आये हैं जिनकी न तो ट्रैवल हिस्ट्री है और न ही वे किसी संक्रमित के संपर्क में आये थे। टीएमएच में अब तक 7082 सैंपल की जांच की जा चुकी है जिसमे से 244 पॉजिटिव रिपोर्ट आये। बीते 24 जून को अस्पताल के लैब में रिकॉर्ड 307 सैंपल की जांच की गयी। इधर टीएमएच में ऑटोमेटेड आरएनए सब्ट्रैक्ट मशीन आ गयी है जो एक जुलाई से काम करने लगेगी। इससे एक दिन में 500 सैंपल की जांच होना संभव हो पाएगा।