JAMSHEDPUR: जमशेदपुर शहर के एक जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ ने कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद 50 से अधिक मरीजों को देखा। इसकी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को हुई तो एक्शन में आ गई। तत्काल जमशेदपुर अक्षेस के पदाधिकारियों को भेज कर उचित कार्रवाई करने की बात कहीं गई। हालांकि, जबतक अक्षेस की टीम पहुंची तबतक उनका क्लीनिक बंद हो चुका था। अब जिला सर्विलांस विभाग की टीम उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है। दरअसल, साकची आमबगान के समीप उनका क्लीनिक है। मंगलवार को उनकी क्लीनिक में काफी अधिक भीड़ थी। जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पाल ने कहा कि इसकी सूचना मिली है। टीम भेजी गई है। जांच-पड़ताल की जा रही है। अगर डॉक्टर पॉजिजिटव है तो वह मरीज को कैसे देख रहे थे। इन सारे बिंदुओं पर जांच की जा रही है। इससे पूर्व भी उनके क्लीनिक में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव मिला था। इसके बाद उसे कुछ दिनों के लिए सील कर दिया गया था।

विशेष सतर्क होने की जरूरत

डॉ। साहिर पाल ने कहा कि कोरोना को लेकर विशेष सतर्क होने की जरूरत है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अगर डॉक्टर ही गलती करेंगे तो आम लोगों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। मंगलवार की शाम तीन बजे तक शहर में सौ से अधिक कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। रात तक यह आंकड़ा 150 पार होने की संभावना है। पूर्वी सिंहभूम जिले में अभी तक 18 हजार से अधिक कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, 377 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

टाटा स्टील ने सभी तरह की यात्रा पर लगाई रोक

कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टाटा स्टील ने सभी घरेलू व अंतराजीय यात्रा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सोमवार को कंपनी प्रबंधन ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है। टाटा स्टील प्रबंधन ने अपने सर्कुलर में कर्मचारियों के सुरक्षा व स्वास्थ्य के प्रति सजग है। ऐसे में वैसे कर्मचारी जिनका तबादला दूसरे राज्यों में हुआ है। वे कोविड अवधि तक जमशेदपुर में रहकर वर्क फ्रॉम होम के तहत काम करेंगे। यदि जरूरत पड़ी तो वे अपना परिवार शहर में ही छोड़कर जाएंगे। उनके परिवार को जमशेदपुर में एचआरए सहित संबधित कर्मचारियों को दूसरे शहर में बैचलर भत्ता मिलेगा। लेकिन यात्रा से पहले संबधित कर्मचारियों को राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का अनुपालन करना अनिवार्य है। कोविड 19 की स्थिति सामान्य होने पर संबधित कर्मचारी अपने परिवार को अपने साथ ले जा सकते हैं। वहीं, कंपनी प्रबंधन ने हवाई यात्रा, ट्रेन व सड़क से यात्रा करने पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी है। ऐसे में सभी कर्मचारी कंपनी से संबधित व्यापार या अपने घरेलू यात्रा पर नहीं जाएंगे। यदि कंपनी व्यापार के लिए कर्मचारी जरूरत पड़ने पर जाते भी हैं तो उन्हें आइएल-1 या पर्सनल एक्जीक्यूटिव ऑफिसर से पहले अनुमति लेनी होगी।