JAMSHEDPUR: टाटा-बदामपहाड़ सेक्शन में कुछ सुधार के बाद सात अप्रैल तक इलेक्ट्रिक इंजन गुड्स ट्रेन शुरू हो जाएगा। यह कहना है चक्रधरपुर मंडल के मंडल क्षेत्रीय प्रबंधक (डीआरएम) वीके साहू का। बुधवार शाम टाटानगर स्टेशन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह जानकारी दी।

दक्षिण पूर्व रेलवे सर्किल के कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी (सीआरएस) एएम मोहांती व डीआरएम ने बुधवार सुबह इलेक्ट्रिक ट्रेन से टाटा से गोरुमहिसानी तक 75 किलोमीटर ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन कार्यो की समीक्षा की। पत्रकारों से बातचीत में डीआरएम ने बताया कि विद्युतीकरण कार्य से सीआरएम संतुष्ट दिखे। साथ ही उन्होंने कुछ ¨बदुओं पर आवश्यक सुझाव दिए हैं जिसे पूरा कर स्वीकृति के लिए वापस सीआरएस के पास भेजा जाएगा। उम्मीद है कि एक सप्ताह में अनुमति मिल जाएगी जिसके बाद टाटा से गोरुमहिसानी के बीच इलेक्ट्रिक इंजन वाले गुड्स ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। उन्होंने बताया कि बुधवार को कई जगहों पर 50 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम स्पीड से ट्रेन से परिचालन की। कुछ कार्यो के पूरा होने के बाद मई अंत तक हम इस रूट पर 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाएंगे।

पटरी किनारे से हट जाएं

पत्रकारों से बात करते हुए डीआरएम ने टाटा बदामपहाड़ ट्रैक के किनारे बसी आबादी से अपील की है कि वे ट्रैक से 10 मीटर तक दूर हट जाएं। क्योंकि इस रूट में जो इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ है उससे भी कई तरह के रेडिएशन निकलते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके अलावा आबादी द्वारा कुछ-कुछ सामान ट्रैक पर फेकने से वह भी खराब होता है। इसलिए आबादी सुरक्षित दूरी पर चले जाएं

दूसरे फेज में बदाम पहाड़ तक काम होगा पूरा

डीआरएम ने बताया कि दूसरे फेज में हम आंवलाझोरी से बदाम पहाड़ तक के बचे हुए लगभग 26 किलोमीटर इलेक्ट्रिफिकेशन काम को 15 मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ताकि बदाम पहाड़ तक यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सके। वहीं, उन्होंने बताया कि आंवलाझोरी के स्टेशन लूप की लंबाई को 720 मीटर से अधिक किया जाएगा। इसे काम को हम 20 अप्रैल तक पूरा कर लेंगे। वहीं, बहलदा रोड में हुए काम से सीआरएस संतुष्ट दिखे।

बांगरपोशी-गुरमसानी तक बढ़ेगी कनेक्टिविटी

डीआरएम ने बताया कि बदाम पहाड़ तक काम पूरा होने के बाद इस रूट को बांगरपोशी व गुरमसानी तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए कई सांसदों ने उक्त रूट की कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग की है। उम्मीद है कि भविष्य में हम बांगरपोशी और गुरमसानी तक ट्रेन की कनेक्टिविटी बढ़ाएंगे।