जमशेदपुर (ब्यूरो): इस शिविर में शहर के मुख्य 6 विद्यालयों डी ए वी बिस्टुपुर, कॉन्वेंट स्कूल, मोतीलाल पब्लिक स्कूल बिस्टुपुर, कान्वेंट जूनियर कॉलेज, डी बी एम एस इंग्लिश स्कूल कदमा, चिन्मया विद्यालय बिस्टुपुर के कुल 160 स्काउट और गाइड के छात्र-छात्राओं ने भाग लेते हुए प्रथम और द्वितीय सोपान के शिविर का प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर को संचालित करने में मुख्य प्रशिक्षक के रूप से एलओसी स्काउट नरेश कुमार और एलओसी गाइड ब्रह्मजीत कौर ने मुख्य भूमिका निभाई।

रंगारंग कैम्प फायर

पांच दिवसीय शिविर के समापन अवसर के पूर्व संध्या पर रंगारंग कैम्प फायर का आयोजन किया गया, जिसमें स्काउट और गाइड के बच्चों के द्वारा कई आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बतौर मुख्य अतिथि पोटका राजकीय उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार ने शिरकत करते हुए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया। अपने संबोधन में वर्तमान समय में स्काउट गाइड के प्रशिक्षण की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं अनुशासन के लिए विद्यालयों में शिक्षा के साथ स्काउट गाइड के प्रशिक्षण की आवश्यकता है।

इनका रहा योगदान

शिविर को सफल बनाने में विभिन्न विद्यालयों के स्काउट मास्टर एवं गाइड कैप्टन नीरज शुक्ला, नितिन पांडे, स्निग्धा, ममतेश्वरी, हरिंदर कौर और धीराज रंजन का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम की सफलता पर जिला सचिव भारत स्काउट एंड गाइड चंद्रमणि मोदी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

टनल बाहर निकाले जाने पर परिवार में खुशी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल सुरंग मे फंसे पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया प्रखंड के 6 मजदूरों के परिवार में उनके बाहर निकलने पर खुशी है। डुमरिया प्रखंड के मानिकपुर गांव से तीन मजदूर उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी टनल सुरंग से बाहर निकलने के बाद गांव मे खुशी की लहर है। इसी गांव का रविन्द्र नायक जो सुरंग मै फंसा था और बाहर निकलने के बाद उसकी पत्नी अनीता नायक बेहद खुश है। वह बताती है कि उसे अपने पति का इंतजार है। उसने कहा घर की माली हालत खराब है। मिट्टी का मकान है और पक्के मकान का सपना देखते हुए उसके पति काम करने के लिए उत्तराखंड के उत्तरकाशी गए थे। उनके सुरंग में फंसने से बीते 17 दिनों से वह चिंता में थी, लेकिन जैसे ही बाहर निकालने की खबर मिली और भी बाहर आ चुके हैं। फोन पर उनकी बातें हुई और वह अपने पति से बात कर काफी खुश है। उसने सभी को धन्यवाद दिया।