JAMSHEDPUR: शहर के बर्मामाइंस, टेल्को और गोलमुरी इलाके में मोबाइल छिनतई करने वाले झपट्टामार बाइकर्स गैंग के पांच सदस्यों को अलग-अलग मामलों में जमशेदपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरोह के पास से दो बाइक और तीन मोबाइल बरामद किए गए है। इसकी जानकारी देते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन ने बुधवार को पत्रकारों को दी।

एसएसपी ने दी जानकारी

एसएसपी ने बताया बर्मामाइंस थाना की पुलिस ने मानगो आजाद बस्ती निवासी मो। शहबाज और मो। अमान उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार किया। दोनों ने बर्मामाइंस दुर्गा पूजा मैदान के पास स्कूटी में बैठी बिरसानगर की सीमा कुमारी से 16 फरवरी को मोबाइल और पर्स की छिनतई कर ली थी। पकड़े आरोपितों के पास से बाइक और छीनी गई मोबाइल की बरामदगी की गई। रुपये छिनतई करने वालों ने खर्च कर दिए। मो। अमान पहले भी मानगो और आजादनगर थाना से चोरी की बाइक के मामले में जेल जा चुका है।

की थी मोबाइल की छिनतई

टेल्को थाना की पुलिस ने टेल्को घड़ी पार्क क्षेत्र निवासी रोहित मुर्मू को छिनतई की मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया। आरोपित ने बिरसानगर निवासी विशाल यादव के साथ मिलकर टेल्को स्टेडियम के पास मोबाइल की छिनतई की थी। इसी तरह गोलमुरी थाना क्षेत्र नीलडीह गोलचक्कर सिग्नल के पास 16 फरवरी को बिरसानगर निवासी आलोक तिवारी की पत्नी से पर्स की छिनतई कर ली गई थी। पर्स में मोबाइल और रुपये थे। इस मामले में बिरसानगर निवासी विशाल यादव उर्फ दारोगा और असफी खान को पकड़ा गया है। छीनी गई मोबाइल और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की गई है। विशाल यादव की गतिविधि आपराधिक रही है। बर्मामाइंस, बागबेड़ा और एमजीएम थाना से चोरी मामले में जेल जा चुका है।

अभियुक्त को आठ साल की सजा

अपर जिला व सत्र न्यायाधीश अनुज कुमार की अदालत ने बुधवार को दहेज हत्या मामले के अभियुक्त अमित कुमार गुप्ता को आठ साल कारावास और 20 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। अभियुक्त परसुडीह सोपोडेरा का निवासी है। घटना 24 अगस्त 2012 की है अमित की पत्नी सोनी देवी घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया था । इस मामले में मृतका के भाई नालंदा बिहार निवासी कृष्णा साहू ने अदालत में शिकायतवाद दाखिल कराया था। अदालत के आदेश पर परसुडीह थाना में अमित कुमार गुप्ता के खिलाफ हत्या व आत्महत्या के लिए प्रेरित किए जाने की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बताया था उसकी बहन सोनी देवी की शादी अमित कुमार के साथ 23 जून 2011 को हुई थी। शादी में अपने समर्थ के अनुसार दान दहेज दिया गया था, लेकिन ससुराल में बहन को दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त करता था। घटना के दिन उन्हें फोन से सूचना मिली कि वह छत से गिर गई है, इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। सूचना पर वह जमशेदपुर पहुंचा जब उसने बहन की शव को देखा तो की गले में निशान था, जीभ निकला हुआ था,नाक से खून बह रहा था। उन्हें संदेह था, कि बहन की हत्या कर फांसी में लटका दिया गया था। इस मामले में अदालत के समक्ष कुल 8 लोगों की गवाही हुई थी।