JAMSHEDPUR: पूर्वी सिंहभूम जिले के पूर्व सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ), जिला यक्ष्मा पदाधिकारी व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के लाइफ टाइम सदस्य डॉ। एमएम अग्रवाल (71) की मौत शुक्रवार को कोरोना से हो गई। खांसी की समस्या होने पर एक अगस्त को उन्हें टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया था। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सीसीयू में रेफर कर दिया गया था। इसके बाद उनकी स्थिति लगातार सुधरते गई। शुक्रवार को उन्हें वार्ड में भेज दिया गया। डेढ़ बजे लगभग वह अपने बचपन के दोस्त डॉ। आरएल अग्रवाल से फोन पर बात किये और जल्द ही घर आने की बात कहीं थी। इसके कुछ ही देर के बाद वह शौचालय गए और वहां चक्कर खाकर गिर पड़े। इसके बाद उनको उठाकर बेड पर ले जाया गया। चिकित्सकों ने देखा। उसके कुछ ही देर के बाद उनका निधन हो गया। डॉ। एमएम अग्रवाल कोरोना पॉजिटिव थे। उनके निधन पर शहर के चिकित्सकों में शोक का लहर है।

कमी हमेशा खलेगी

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ। आरएल अग्रवाल ने दुख जताते हुए कहा कि जमशेदपुर ने एक बेहतर चिकित्सक खो दिया। उनकी कमी हमेशा खलेगी। वह हमारे बचपन के दोस्त थे। वहीं, आइएमए के सचिव डॉ। मृत्युंजय सिंह ने कहा कि शहर के सभी चिकित्सक इस दुख की घड़ी में उनके स्वजन के साथ खड़े हैं। उनकी भरपाई नहीं की जा सकती। इसके अलावे, बिरसानगर निवासी (58) एक पुरुष की मौत हो गई। उन्हें सात अगस्त को निमोनिया व सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती कराया गया था। बिरसानगर निवासी (60) एक महिला को 12 अगस्त को सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती कराया गया था। टेल्को रामाधीन बगान निवासी (72) एक पुरुष की मौत हो गई। उन्हें 10 अगस्त को भर्ती कराया गया था। इसके अलावे धतकीडीह बाजार के समीप रहने वाले एक पुरुष (79) की मौत कोरोना से हो गई। सभी का इलाज टीएमएच अस्पताल में ही चल रहा था। टीएमएच, एमजीएम व टिनप्लेट अस्पताल का आकंड़ा देखा जाए तो अब तक कोरोना से कुल 122 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें पूर्वी सिंहभूम जिले के 107 शामिल हैं।