जमशेदपुर (ब्यूरो): बैठक में खाद्यान्न व्यापारियों ने आज बाजार शुल्क विधेयक के प्रभावी होने से उत्पन्न स्थितियों पर विचार विमर्श एवं भावी रणनीति पर विस्तार से विचार किया।

व्यापारियों में खलबली

चैंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि आज कृषि बिल विधेयक के प्रभावी होने संबंधित सूचना सामने आने के बाद से खाद्यान्न व्यापारियों में खलबली है। व्यापारियों ने अपने राज्य स्तरीय आंदोलन को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय चौबे के इस आश्वासन की व्यापारिक हितों का ध्यान रखा जायेगा, पर स्थगित करने की घोषणा की थी।

आंदोलन की समीक्षा

बैठक में व्यापारियों ने आंदोलन की समीक्षा करते हुए उत्पन्न स्थितियों पर गहन विचार विमर्श करने के बाद यह तय किया कि यदि सरकार अपने वादे से पीछे हटती है तो व्यापारी इससे भी बड़ा आंदोलन करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी इस बिल के संदर्भ में विधि विषेषज्ञों से विचार विमर्श कर रहे हैं, ताकि इस विधेयक को पूरी तरह समझकर आगे की रणनीति तय की जाए।

आंदोलन का नेतृत्व

व्यापार एवं वाणिज्य सचिव अनिल मोदी ने बताया कि बैठक में व्यापारियों ने चर्चा के बाद निर्णय लिया कि अगर इसके क्रियान्वयन के पश्चात व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी होगी तो फिर आंदोलन की राह पकड़ेंगे और कानून की खामियों को दूर होने या वापस लिए जाने तक सिंहभूम चैंबर इस आंदोलन का नेतृत्व करेगा।

इनकी रही मौजूदगी

बैठक को व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक भालोटिया, चैंबर उपाध्यक्ष, उद्योग महेश सोंथालिया, चैंबर उपाध्यक्ष, जनसंपर्क एवं कल्याण मुकेश मित्तल, पवन नरेडी, भीमसेन शर्मा, विजय रामुका, सत्यनारायण अग्रवाल, अजय कांवटिया, राजकुमार साह आदि ने भी संबोधित किया। बैठक में विजय आनंद मूनका, सचिव अनिल मोदी, कोषाध्यक्ष किषोर गोलछा, व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक भालोटिया, रामू देबुका, पवन शर्मा, आषीष शर्मा, दिलीप कुमार, कन्हैया लाल, शंभू मूनका, विजय अग्रवाल, बालकृष्ण प्रसाद, बिनोद कुमार साव, मुकेष कुमार अग्रवाल, संतोष कुमार नागेलिया, बिनोद सिंह, योगेष परवल, मनोज अगीवाल, विजय गुप्ता, अमित कुमार सरायवाला, आशीष गुप्ता, बंशीधर अग्रवाल, अनिल कुमार गुप्ता, मनोज कुमार अग्रवाल, अजय अग्रवाल, रमेश सिंह, चन्द्रप्रकाश शुक्ला, केशव अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, मनोज चेतानी आदि उपस्थित थे।