SARAIKELA : कुचाई थाना क्षेत्र में मध्य विद्यालय कुचाई के पास 31 जुलाई की शाम को हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपितों में लक्ष्मण सोय (कुचाई कसमकुटी), मुकेश तांती (रुचाप), कृष्णा ताती उर्फ कृष्णा पान (कुचाई कसमकुटी )एवं चंपई सोय (भुरकुंडा) शामिल हैं। इस संबंध में सरायकेला थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो द्वारा जानकारी दी गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडे एवं कुचाई के थाना प्रभारी उदिय कुमार गुप्ता उपस्थित रहे। इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो ने बताया कि कुचाई थाना प्रभारी को सूचना प्राप्त हुई की शुक्रवार शाम तकरीबन 5:30 बजे मध्य विद्यालय के पास एक युवती के साथ रेप को अंजाम दिया गया है।

हुआ कांड का खुलासा

इस मामले पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए एसपी द्वारा विशेष निर्देश दिया गया था। कांड का खुलासा काफी कम समय में पुलिस द्वारा किया गया है। इस मामले पर त्वरित कार्रवाई के लिए छापामारी दल का गठन किया गया था, जिसमें थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक अरुण कुमार, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्ष्क गुंजन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक महेश कुमार महतो एवं सहायक अवर निरीक्षक सुनील कुमार सिंह तथा सशस्त्र बल शामिल रहे। इंस्पेक्टर ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों द्वारा अपनी अपराध को स्वीकार कर लिया गया है। पुलिस द्वारा पीडि़त युवती को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया।

कोरोना पॉजिटिव का हुआ अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद बालू सप्लायर मोनी दास के शव का अंतिम संस्कार कराने पुलिस-प्रशासन के अधिकारी शनिवार दोपहर सीतारामडेरा सुवर्णरेखा श्मशान घाट पहुंचे तो वहां पहले से शवों को जलाने के लिए आए लोगों ने यह कहते विरोध शुरू कर दिया गया कि कोरोना पॉजिटीव के शव को मौजूद भीड़ के रहते कैसे लाया गया पॉजिटीव के शव का दाह संस्कार पांच बजे के बाद होना चाहिए। जब भीड़ वहां नहीं रहे। बर्निंग घाट के कर्मचारियों ने भी विरोध किया। सूचना पर सीतारामडेरा थाना की पुलिस और दूसरे थाना के पुलिस अधिकारी पहुंचे। लोगों की बातें सुनने के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया कि न दिया कि भीड़ हटने के बाद ही शव का दाह संस्कार होगा। इसके बाद मोनी दास के शव को घाट परिसर में ही एकांत स्थान पर रखवा दिया गया। उसके परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। भीड़ के जाने के बाद उसके शव का दाह संस्कार परिजनों की उपस्थिति में कराया गया। मृतक के भाई किशोर यादव समेत कुछ लोग मौजूद रहे।