छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को रांची पुलिस ने 4 दिनों के लिए रिमांड पर लिया है। उसे शुक्रवार शाम को पुलिस रांची ले गई। पुलिस को जानकारी मिली। जेल से वह गैंग संचालित कर रहा है। रांची, हजारीबाग, चतरा, रामगढ़ लातेहार, धनबाद और पलामू ठेकेदारों और कारोबारियों से रंगदारी मांगी जा रही है। मांग पूरी नहीं करने पर हत्या करने की धमकी दी जा रही है।

हत्या की साजिश, रंगदारी

हाल के दिनों में सुजीत सिन्हा के द्वारा रांची के चार कोयला कारोबारियों की हत्या की साजिश रची गई थी और रंगदारी मांगी गई थी। इसके अलावा रांची में बिल्डर अभय सिंह से सुजीत सिन्हा के दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी और अभय सिंह के ऑफिस में फाय¨रग की गई थी। इन्ही मामलों को लेकर रांची पुलिस सुजीत सिन्हा रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। उस पर हत्या ,रंगदारी, फाय¨रग, आ‌र्म्स एक्ट, अपहरण के 51 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मूल रूप से पलामू का निवासी है। उसके गिरोह में कई अपराधी शामिल हैं। गिरोह के कुछ अपराधी वर्तमान में फरार हैं और कुछ सक्रिय हैं। इसके अलावा कुछ अपराधी जमानत पर हैं, जिनके जरिये सुजीत जेल के अंदर से ही गिरोह का संचालन कर रहा है। इससे पहले अपराध अनुसंधान विभाग की पुलिस ने उसे विगत नवंबर में रिमांड पर लिया था। फेसबुक पर भी उसके सक्रिय रहने की जानकारी पुलिस महकमे को मिलती रही है। जमशेदपुर के जेल में वह 2018 से बंद है।

सुशील श्रीवास्तव का था खास शूटर

हजारीबाग न्यायालय में मारे गए गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव के खास शूटरों में सुजीत सिन्हा की गिनती होती थी। सुजीत सिन्हा ने सुशील की मौत का बदला लेने के लिए भोला पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी की हत्या की साजिश भी रची थी। सुजीत सिन्हा ने ही अपराधी लवकुश शर्मा के जरिए इंजीनियर समरेंद्र प्रताप सिंह को मारने में साजिशकर्ता है। रांची पुलिस ने इस मामले में सुजीत को गिरफ्तार किया था। पलामू, रांची समेत अन्य जिलों में उसके खिलाफ दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं।