जमशेदपुर (ब्यूरो): गर्मी के इस मौसम में बिजली को लेकर लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गर्मियों में लगातार हो रही लोडशेडिंग के कारण हो रही कटौती से गर्मी में लोगों का हाल बेहाल हो रहा है। स्थिति यह है कि रात के समय बिजली कटौती होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। जमशेदपुर डिविजन को फुल लोड बिजली मिल रही है, इसके बावजूद कटौती की जा रही है।

बढ़ गई है खपत

जमशेदपुर डिवीजन जितनी बिजली की एवरेज डिमांड है, उससे ज्यादा बिजली का उपयोग लोग कर रहे हैं। इस वजह से बिजली विभाग को रोज एक्स्ट्रा बिजली की खरीद करनी पड़ रही है। ऐसे में उपकरणों की सेफ्टी के लिए विभाग द्वारा लोडशेडिंग की जा रही है, ताकि उपकरण खराब न हो और लोगों को लंबे समय तक परेशानी न झेलनी पड़े। बता दें कि जमशेदपुर डिवीजन को औसतन 55 मेगावाट बिजली की जरूरत है और वह मिल भी रही है, लेकिन बिजली की खपत करीब 25 मेगावाट ज्यादा यानी 80 मेगावाट की हो रही है। बिजली विभाग की परेशानी का सबसे बड़ा कारण यही है।

70 मेगावाट से कम थी खपत

बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सुब्रत बनर्जी का कहना है कि पिछली बार गर्मी के समय लोड 70 मेगावाट क्रॉस नहीं किया था, लेकिन अभी यह बढक़र करीब 80 मेगावाट तक पहुंच गया है। लोड बढऩे के कारण विभाग को परेशानी हो रही है, लेकिन लोड का असेसमेंट न होने के कारण बिजली विभाग कुछ कर नहीं पा रहा है। गर्मी की वजह से फिलहाल घरों में एसी और कूलर लगातार चल रहे हैं। विभाग का कहना है कि लोग लगातार लोड बढ़ा रहे हैं, लेकिन लोड बढ़ाने का आवेदन नहीं देते हैं, जिससे यह पता ही नहीं चलता कि लोड कहां और कैसे बढ़ रहा है। इसका सही आकलन नहीं हो पाने के कारण बिजली विभाग सरकार से बिजली की पर्याप्त डिमांड नहीं कर पा रहा है। इससे परेशानी बढ़ रही है।

इसलिए हो रही लोडशेडिंग

बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जमशेदपुर को फुल लोड यानि 55 मेगावाट बिजली तो मिल रही है, लेकिन खपत बढक़र 80 मेगावाट तक पहुंच गया है। बाहर मौसम भी गर्म है और लोड के कारण कंडक्टर और इंसुलेटर आदि गर्म हो जाते हैं। इस कारण उपकरणों को ठंडा करने के लिए कुछ घंटे की लोडशेडिंग की जाती है। अगर लोड शेडिंग नहीं होगी तो उपकरण खराब हो जाएंगे, जिससे परेशानी और बढ़ जाएगी।

बीच में एक-दो दिन बिजली की दिक्कत थी, लेकिन अब जमशेदपुर को फुल लोड बिजली मिल रही है। लोड ज्यादा होने के कारण परेशानी हो रही है। उपकरण खराब न हो, इसलिए उसे ठंडा करने के लिए कुछ घंटों के लिए लोड शेडिंग की जाती है। अगर ऐसा नहीं किया जाए, तो परेशानी लंबे समय तक बढ़ जाएगी।

-राजकिशोर, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग