जमशेदपुर (ब्यूरो)। गोदरेज ग्रुप की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने सिटी में अपने पर्यावरण अनुकूल प्रोडक्ट को उतारा है। इस ग्रीन प्रोडक्ट के जरिए कंपनी की नजर वित्त वर्ष 2024 तक भारत में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट्स के बाजार में 28 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने पर है। बेल्डीह क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग गोदरेज एंड बॉयस के सेल्स एवं मार्केटिंग प्रमुख नेविले मेवावाला ने कहा कि ग्रीन प्रोडक्ट की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास चल रहा है।

सिटी में बड़े संयंत्र

सिटी में कुछ बड़े स्टील और आयरन के संयंत्र हैं, और इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट को अपना कर मैन्युफैक्चरर्स पूर्वी भारत में स्थायी उत्पादन की ओर आसानी से बढऩे में सक्षम होंगे। इतना ही नहीं गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग भारत में 5 टन इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का उत्पादन करने वाली पहली कंपनी है और इसकी इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट की 10 प्रतिशत बिक्री भारत के पूर्वी क्षेत्र में होती है। कहा कि इलेक्ट्रिक-पावर्ड फोर्कलिफ्ट्स के परिचालन की लागत 20 प्रतिशत तक कम होती है और ये बहुत कुशल तथा बहुपयोगी होते हैं, इसलिये ये डीजल फोर्कलिफ्ट ट्रकों से बेहतर हैं।

जमशेदपुर का बड़ा योगदान

उन्होंने बताया जमशेदपुर में औद्योगिक संयंत्रों के तीव्र विकास और मैन्युफैक्चरर्स द्वारा शुरू की गई स्थायी पहलों के कारण पूर्वी भारत में डीजल से इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट ट्रकों की ओर महत्वपूर्ण ढंग से कदम बढ़ाए गए हैं। आज बाजार में इलेक्ट्रिक ट्रकों की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत है, जो चार साल पहले 57 प्रतिशत थी। बताया कि गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग द्वारा उत्पादित 1.5 से लेकर 5 टन तक की फोर्कलिफ्ट श्रेणी में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट एक शक्तिशाली प्रोडक्ट है। इसमें अत्याधुनिक एर्गोनॉमिक्स, ज्यादा सुरक्षा, बेहतर विजिबिलिटी और हर चार्ज के साथ परिचालन का ज्यादा लंबा समय मिलता है। इस अवसर पर गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग, गोदरेज एंड बॉयस के हेड फोर्कलिफ्ट ट्रक सुमित बंसल, पूर्वी बिहार के क्षेत्रीय प्रबंधक स्वागत लेंका और झारखंड के डीलर व एंड्योरेंस एंटरप्राइजेज के निदेशक एंड्र्यू वाटकिंस उपस्थित थे।