JAMSHEDPUR : टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने रविवार को कहा है कि कोविड-19 के कारण जारी लॉकडाउन के बाद टाटा स्टील ने पहली बार उत्पादन को बढ़ाकर सौ फीसद कर लिया है। बेहतर मानसून और ग्रामीण बाजार से आई बेहतर मांग को देखते हुए कंपनी ने यह निर्णय लिया है। बकौल नरेंद्रन, ग्रामीण बाजार से आई मांग का ही नतीजा है कि पहली तिमाही की तुलना में हम अब निर्यात पर कम निर्भर हैं। घरेलू बाजार में भी ट्रैक्टर और बाइक की मांग बढ़ने से ऑटो सेक्टर में भी तेजी आई है। इसके अलावा यात्री कार भी अच्छा व्यवसाय कर रही है तो उपकरण निर्माण उद्योग में भी तेजी आई है। इसके कारण स्टील की मांग भी बढ़ी है।

लॉकडाउन का पड़ा असर

मालूम हो कि कोविड 19 के कारण देश भर में लॉकडाउन था। इसका असर स्टील उत्पादक कंपनियों पर भी पड़ा। लॉकडाउन की वजह से मांग कमजोर होने से कंपनियों का उत्पादन भी प्रभावित हुआ था। टाटा स्टील को भी बाजार की स्थिति देखते हुए अपने उत्पादन में 50 फीसद की कटौती करनी पड़ी थी। घरेलू बाजार बंद रहने से कंपनी को माल निर्यात करना पड़ा। हालांकि, लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से छूट मिलने के बाद कंपनी ने उत्पादन अब बढ़ाकर सौ प्रतिशत तक कर लिया है।

2.99 मिलियन टन क्रूड स्टील का उत्पादन

टाटा स्टील के भारतीय परिचालन में प्रतिवर्ष 20.6 मिलियन टन क्रूड स्टील उत्पादन की क्षमता है। इसमें जमशेदपुर प्लांट से 11 मिलियन टन, टाटा स्टील क¨लगनगर से तीन मिलियन टन, टाटा स्टील बीएसएल से 5.6 मिलियन टन और टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट से एक मिलियन टन क्रूड स्टील उत्पादन की क्षमता है। 2020-21 की पहली तिमाही में टाटा स्टील इंडिया ने 2.99 मिलियन टन क्रूड स्टील का उत्पादन किया, जबकि 2.92 मिलियन टन की बिक्री की।