JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरुवार को इलाज कराने आए जिला पुलिस के एक जवान ने खूब हंगामा किया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस उसे साकची थाना ले गई। पुलिस जवान का नाम शमशुल हक है। वह पुलिस लाइन में तैनात है। शमशुल हक इमरजेंसी विभाग में इलाज कराने पहुंचे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर नसरें के साथ उसका विवाद हुआ। इसके बाद सुरक्षा में तैनात महिला होमगार्ड पहुंची तो उसके साथ भी वह उलझ गया और धमकी देने लगा। बढ़ते मामले को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात दूसरे होमगार्ड भी पहुंच गए। तबतक साकची पुलिस भी पहुंच गई। थाने में दोनों पक्ष का समझौता हुआ। इसके बाद उसे छोड़ दिया गया। लिखित शिकायत किसी तरफ से नहीं हुई है।

डॉक्टर-नर्स नहीं जाएंगे घर

महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर व नर्स रोटेशन ड्यूटी के बाद होटल सुमन (मानगो) में क्वारंटीन किए जाएंगे। ड्यूटी के बाद वे सीधे घर नहीं जा सकेंगे। इस बाबत निर्णय गुरुवार को तब लिया गया जब यहां तैनान आउटर्सोस नसरें ने अधीक्षक डॉ संजय कुमार का घेराव कर दिया। नसरें का कहना था कि वे दिन-रात कोविड मरीजों के बीच रह रही हैं। ऐसे में उनको खतरा अधिक है। ऐसी परिस्थिति में उन्हें बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। नसरें ने कहा कि वह संक्त्रिमत मरीजों के बीच ड्यूटी कर रोजाना घर नहीं जा सकती हैं। अधीक्षक ने मामले में डीसी से बात की। इसके बाद निर्णय लिया गया कि कोविड ड्यूटी में तैनात सभी डॉक्टर, नर्स, टेक्नीनिशयन व सफाईकर्मियों को होटल सुमन में रखा जाएगा। सात दिन का रोटेशन होगा। इस निर्णय के बाद नसर्ें अपने.अपने काम पर लौटी। इसके साथ ही नसरें ने पीपीई किट की भी मांग की तो बीमा की भी मांग की। अधीक्षक ने बताया कि बीमा की जो घोषणा की गई है वह कोविड ड्यूटी में तैनात सभी कर्मचारियों के लिए है। सरकारी व निजी सबको इसका लाभ मिलेगा।