NOAMUNDI: पश्चिमी सिंहभूम जिले के अति पिछड़े इलाके में बसे बड़ापासेया गांव में शनिवार की रात करीब नौ बजे बामिया बोबोंगा नामक व्यक्ति ने अपने पड़ोस में रह रहे 40 वर्षीय कैलाश गोप व उसकी 38 वर्षीय पत्नी गुरुवारी देवी को मुर्गे चुराकर खाने के आरोप में लगाकर मौत के घाट उतार दिया। उसने दोनों को चीरा लकड़ी से पीट-पीट कर हत्या कर दी। जेटेया थाना की पुलिस ने आरोपित बामिया बोबोंगा को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटनास्थल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया है। मामले को लेकर हत्यारोपी बामिया बोबोंगा के खिलाफ जानबूझकर हत्या करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

मौके पर ही दोनों ने तोड़ा दम

जानकारी के मुताबिक घटना के पहले बामिया बोबोंगा ने शनिवार शाम से ही कैलाश गोप और पत्नी गुरुवारी देबी पर मुर्गे खाने का आरोप लगाकर झगड़ना शुरू किया था जो देर शाम तक चलता रहा। बात धीरे-धीरे बढ़ता गया। बाद में बामिया बोबोंगा ने कैलाश गोप के आंगन पहुंचकर जलावन लकड़ी उठाकर खूब पिटाई कर दी। बीच-बचाव करने पहुंची पत्नी गुरुवारी देवी को भी पीटकर लहूलुहान कर दिया। दोनों को सिर, चेहरे, शरीर और पैर में मार पड़ने के कारण दोनों ने वहीं दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद बामिया बोबोंगा ने स्वंय जेटेया थाना प्रभारी से मोबाइल पर संपर्क कर हत्या की बात कबूल कर बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर से बमिया बोबोंगा को गिरफ्तार कर लिया। घटनास्थल से शव को कब्जे में लेकर जगन्नाथपुर स्थित जेटेया थाने ले जाया गया।

दोनों बेटे गांव लौट रहे हैं

बड़ापासेया गांव में माता पिता की हत्या खबर मिलने के बाद हाल ही के दिन रोजगार की तलाश में पलायन किए बेटे अमीर गोप और विश्वनाथ गोप गांव के लिए निकल गए हैं। दोनों बेटे को रविवार देर रात तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बेटे के लौटने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।