-आज है फादर्स डे, भालुबासा की रहने वाली विजेता को आई नेक्स्ट फादर्स डे पर आई नेक्स्ट ने गिफ्ट देकर किया सम्मानित

-विनर रही विजेता काशीडीह हाई स्कूल में 12वीं की स्टूडेंट है

बच्चे की लाइफ में पापा के महत्व को आई नेक्स्ट से शेयर किया विजेता ने, पापा भी थे साथ

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल पापा से हमेशा प्यार मिला है। उन्होंने सारी विश पूरी की है। उनके प्रति जो हमारी फीलिंग्स हैं वह शब्दों में बयां करना मुश्किल है। बस यही इच्छा है कि पापा के विश को पूरा किया जाए ताकि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व महसूस हो। भालुबासा की रहने वाली 12वीं की स्टूडेंट विजेता सैटरडे को वास्तव में विजेता बनी थी। वह अपने प्यारे पापा के साथ आई नेक्स्ट के ऑफिस में थी क्योंकि वह आई नेक्स्ट के फादर्स डे कॉन्टेस्ट की विनर थी। विजेता को दैनिक जागरण जमशेदपुर के यूनिट हेड प्रवीण कुमार ने गिफ्ट प्रदान किया। विजेता के पापा धीरज टाटा मोटर्स में टेम्पररी वर्कर हैं। विजेता ने अपनी लाइफ में पापा के इंपॉर्टेस और अपने एंबीशन को लेकर आई नेक्स्ट से दिल की बात शेयर की।

मैं तो खुशी से उछल पड़ी

विजेता ने कहा कि फ्राइडे को आई नेक्स्ट से जब उन्हें कॉल आया और उनको बताया कि फादर्स डे कॉन्टेस्ट की वे विनर हैं तो वह बहुत खुश हुई और खुशी से उछल पड़ीं। विजेता इसलिए भी खुश थी क्योंकि पहली बार उन्हें मौका मिला था जब वे पापा को प्राउड फील करा सकती थीं। इसलिए भी क्योंकि इस फादर्स डे पर वह अपने पापा को कुछ अलग और खास गिफ्ट देने वाली थीं।

वे खुद का बर्थडे और एनिवर्सरी भूल जाते हैं पर

विजेता ने अपने पापा के बारे में बताया कि वे अपना बर्थडे और मैरिज एनिवर्सरी भूल जाते हैं पर 14 नवंबर उनको जरुर याद रहता है क्योंकि इसी दिन विजेता का बर्थडे होता है। शिफ्ट वाइज ड्यूटी होने की वजह से धीरज कई बार ऐसा हुआ कि विजेता पापा से मिले बिना रात में सो गई या फिर सुबह स्कूल जाते समय पापा से नहीं मिल पाई। पर इस कमी को छुट्टी वाले दिन वह जरुर पूरा कर लेती है और पूरा दिन पापा के साथ स्पेंड करती है।

पर पापा ने कहा कि बेटी को पढ़ाएंगे जरूर

विजेता के लिए उसके पापा इसलिए भी बहुत खास हैं क्योंकि जिस समुदाय से वे बिलांग करते हैं वहां लड़कियों को ज्यादा नहीं पढ़ाया जाता। पिता बस यही सोचते हैं कि जितनी जल्दी हो सके बेटी की शादी कर दी जाए। पर विजेता के पापा उसी समुदाय के होकर भी उनसे अलग सोच रखते हैें। धीरज ने सिर्फ विजेता को बल्कि उनकी तीन और बहनों को भी उसी तरह पढ़ाया और पढ़ा रहे हैं जिस तरह अपने बेटे को। विजेता यह भी कहती हैं कि उनके पापा बेटा और बेटी में जरा भी फर्क नहीं करते।

मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई करनी है

विजेता काशीडीह हाई स्कूल से प्लस टू की पढ़ाई कर रही हैं और प्लस टू के बाद वह मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई करना चाहती हैं। उनका कहना था कि मीडिया ज्वॉइन करने के बाद वह सोसायटी के लिए कुछ करना चाहती हैं खासकर निचले तपके के लोगों के लिए जहां जहां आज भी एजुकेशन और हेल्थ के प्रति अवेयरनेस की काफी कमी है।

पैरेंट्स का जरूर ख्याल रखें

विजेता ने कहा कि वह सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर कम समय स्पेंड करती हैं। पढ़ाई के बाद जो समय बचता है उसे वह फैमिली मेंबर्स के साथ स्पेंड करना पसंद करती हैं। विजेता का कहना था कि आज का जेनरेशन टेक्नोलॉजी के नजदीक तो आ रहा पर संस्कारों में कमी आ रही है। उनका यह भी कहना था कि चाहे कुछ भी हो जाए अपने पैरेंट्स का ख्याल जरूर रखना चाहिए।

पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड भी हैं। उनके बिना कोई विश पूरी नहीं हो सकती। वे हमेशा हमारा केयर करते हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि आई नेक्स्ट के माध्यम से मुझे इस फादर्स डे को मैं कुछ अलग तरीके से सेलिब्रेट कर सकूं। मैं बहुत खुश हूं।

- विजेता, फादर्स डे कॉन्टेस्ट की विनर

फादर्स डे बेटी के साथ इस खास अंदाज में सेलिबे्रट करना मेरे लिए लाइफ का सबसे अच्छा एक्सपीरिएंस है। मैं तो सिर्फ एक पिता का फर्ज निभाता हूं पर मेरी बेटी भी मेरा बहुत ख्याल रखती है। मेरी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि उसकी सारी विश पूरी हो।

- धीरज, विजेता के पिता