जमशेदपुर (ब्यूरो): जुगसलाई स्थित श्री टाटानगर गौशाला कमिटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 104वां गोपाष्टमी समारोह के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह घाघीडीह जेल के पीछे कलियाडीह स्थित गौ सदन में सुबह 10 बजरंगबली की पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद गौ पूजन हुआ। साथ ही भजन समारोह का आयोजन हुआ। स्थानीय भजन गायक रोहित गुलाटी ने गणेश वंदना से भजनों की अमृत वर्षा की। उन्होंने राम जप ले सिया राम जपले, झांझ नगाड़ा बाजे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे, उठे तो बोले राम बैठे तो बोले राम देखो राम भक्त हनुमान बोले राम रामआदि भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान गौ माता के जयकारों से कलियाडीह गौ सदन गूंजता रहा। इस कार्यक्रम का संचालन राजेश हरनाथका ने किया।

इस अवसर पर अतिथि के रूप में झारखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद एवं उपाध्यक्ष राजू गिरी ने भी समारोह में शामिल होकर गौ सेवा की। गौशाला कमिटी के अध्यक्ष कैलाश सरायवाला और महासचिव महेश गोयल ने फूलों का गुलदस्ता देकर एवं शॉल ओढ़ाकर अतिथियों को सम्मानित किया। गौ सेवा आयोग अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने पोटका विधायक संजीव सरदार से वार्ता कर सडक़ की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। यह कार्यक्रम समाजसेवी अशोक भालोटिया और रतनलाल मेंगोतिया के सहयोग से आयोजित हुआ। मंगलवार दोपहर में आयोजित प्रसाद में शहर के सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

ये रहे मौजूद

मौके पर अशोक भालाटिया, निर्मल काबरा, उमेश शाह, अशोक मोदी, मुकेश मित्तल, विजय आनन्द मूनका, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, राजकुमार अग्रवाल, रतनलाल मेंगोतिया, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, राजेश हरनाथका, अनिल अग्रवाल मोंटी, प्रमोद सरायवाला, राजेश जैसुका, प्रकाश मोदी, राजकुमार जैन, बजरंग लाल अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, विश्वनाथ शर्मा आदि मौजूद थे। मालूम हो कि श्री टाटानगर गौशाला कमिटी द्धारा जुगसलाई और कलियाडीह दोनों गौशाला की देखरेख की जाती हैं।

महारास का आयोजन

मंगलवार की शाम बिष्टुपुर स्थित श्री राम मंदिर परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम महारास का आयोजन हुआ। जिसमें आमंत्रित कलाकार दिल्ली की विजय सुनेजा ग्रुप के सदस्यों ने गोप, गोपिका स्वरूप कृष्ण एवं राधा के रूप में अपनी कला की प्रस्तुति देेकर महारास का शानदार नजारा प्रस्तुत किया। कलाकारों ने बलदेव, कृष्ण, राधा, रेवती स्वरूप में महारास की प्रस्तुति दी तो वहां उपस्थित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने राधा-कृष्ण की जय के नारे लगाने लगे। राम मंदिर परिसर के कार्यक्रम स्थल में भक्ति रस की वर्षा होने लगी। श्रद्धालु अपने स्थानों पर ही नृत्य करने लगे। धार्मिक धुनों यही तो महारास है, दाऊ बड़ौ अलबेलौ, कान्हा मोर बन आयो, राधे बासुंरी की धुन पर पूरा मंदिर परिसर झूम उठा। सांस्कृतिक कार्यक्रम समाप्त होने तक श्रोता महारास का आनन्द लेते रहे। दूसरे दिन भी मंगलवार की शाम के रंगारंग समारोह में चोखी ढानी का कार्यक्रम विशेष आकर्षण का केन्द्र बना रहा। एक साथ एक बार में 60 लोग चौकी पर बैठकर राजस्थानी लजीज व्यंजन का आनन्द लिये। लगभग 300 से अधिक लोगों ने चोखी ढानी और इतने ही लोग बफे के माध्यम से भोजन किया। समारोह के तीसरे और अंतिम दिन बुधवार की शाम 6 बजे से बिष्टुपुर स्थित श्री राम मंदिर परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।