जमशेदपुर (ब्यूरो) : दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित किए जा रहे इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) के तहत आज गम्हरिया स्थित जेवियर स्कूल में टेस्ट आयोजित हुआ। इसमें क्लास 5 से लेकर 10वीं तक के सैकड़ों बच्चों ने पार्टिसिपेट किया।
आईआईटी को लेकर उत्सुकता
स्कूल में सुबह से ही परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई थी। इस परीक्षा में रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी बच्चे शामिल हुए। बच्चों में इस टेस्ट को लेकर काफी उत्सुकता देखने को मिल रही थी। उनमें सबसे ज्यादा उत्सुकता ओएमआर शीट को लेकर देखने को मिली। निचली कक्षाओं खासकर 5, 6 और 7 के बच्चे इससे परिचित नहीं थे। इसे कैसे भरना है, इसके बारे में उन्हें पता नहीं था। बाद में शिक्षकों द्वारा सभी क्लास के बच्चों को ओएमआर शीट के बारे में बताते हुए इसे भरने का तरीका बताया गया।
ओएमआर शीट की जानकारी
शिक्षकों का कहना था कि बच्चों को अभी से ही ओएमआर शीट के बारे में जानकारी मिल गई। उन्हें पता चला कि इस तरह भी परीक्षा होती है। इससे उन्हें नई चीज सीखने को मिली।
जान सकेंगे अपना इंट्रेस्ट
आईआईटी एक एप्टीट्यूड टेस्ट है, जिसके जरिए बच्चे यह जान सकेंगे कि उनकी रूची किस क्षेत्र में ज्यादा है। इसके मुताबिक वे अपना करियर का रास्ता सेलेक्ट कर सकेंगे। इस टेस्ट के रिजल्ट से यह पता चलेगा कि उनका फिल्ड अफ इंट्रेस्ट क्या है।
फोन व ईमेल पर रिजल्ट
रिजल्ट कैसे पता चलेगा, इसे लेकर भी बच्चों में कन्फ्यूजन था। लेकिन उनके इस कंफ्यूजन को भी मौके पर दूर किया गया। आईआईटी की रिजल्ट फॉर्म भरने के दौरान दी गई ईमेल आईडी के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही इसकी जानकारी दिए गए मोबाइल नंबर पर भी दी जाएगी। इतना ही नहीं परीक्षा का परिणाम दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट में भी पब्लिश होगा साथ ही रिजल्ट आईआईटी की वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। स्टूडेंट्स अपनी सुविधा के मुताबिक कहीं से भी परिणाम जान सकेंगे।


कोट

एग्जाम को लेकर मैं पहले से तैयार था, लेकिन मेरे लिए ओएमआर शीट नया था। हमें पता चला कि इसे कैसे भरना है।

आयुष कुमार


कुछ सवाल कठिन थे, लेकिन उसे सॉल्व करने का प्रयास किया। शुरू में थोड़ी परेशानी तो हुई, लेकिन फिर सब ठीक रहा।

पुष्पांजलि


ओएमआर शीट हमारे लिए बिल्कुल नया था। इससे परीक्षा के साथ ही नई जानकारी भी मिली।

वेनिस महतो


ओएमआर शीट भरने को लेकर थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन बाद में शिक्षकों की मदद से सारा कंफ्यूजन दूर हो गया।

अनुराग कुमार


परीक्षा को लेकर मैं काफी एक्साइटेड था। थोड़ी परेशानी तो हुई, लेकिन एग्जाम ठीक गया।

दर्श


इससे बच्चों का ग्रोथ हो रहा है। बच्चे इसे सीरियसली ले रहे हैं। पहली बार ओएमआर शीट पर एग्जाम दे रहे हैं। इससे उन्हें नई जानकारी भी मिली।

फादर दयानिधि बिसोई एसजे, वाइस प्रिंसिपल, जेवियर स्कूल


इस तरह की परीक्षा होनी चाहिए। बच्चों का स्कील डेवलपमेंट हो रहा है।

सरोज रंजन, शिक्षिका

यह एक अच्छा प्लेटफॉर्म है। बच्चों के लिए बेहतर ऑप्शन हैं। इससे बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा में भी फायदा होगा। बच्चे एग्जाम को लेकर काफी एक्साइटेड नजर आए।
शिल्पी, शिक्षिका