JAMSHEDPUR: लोहा कारोबारी पवन पोद्दार, शरद पोद्दार, चिंटू भालोटिया व चंदन मित्तल के ठिकानों पर छापेमारी में आयकर विभाग को चौंकाने वाले दस्तावेज हाथ लगे हैं। कदमा में कंपनी के पते पर जब आयकर विभाग की टीम पहुंची तो पाया कि वहां डांस क्लास चल रहा है। चारों ने पिछले एक वर्ष में फर्जी कंपनी बनाकर ख्म् करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी। आयकर विभाग की छापेमारी करीब ब्8 घंटे चली। गुरुवार की सुबह छापेमारी का काम पूरा हुआ। चारों के अब तक एक सौ करोड़ रुपये के कारोबार का पता चला है। कई फर्जी कंपनियों के दस्तावेज, चार बैंक लॉकर और दर्जनों बैंक एकाउंट के बारे में जानकारी हाथ लगी है।

खरीदे थे कुछ फ्लैट

पोद्दार बंधु व चिंटू भालोटिया ने चंदन मित्तल को भी कुछ समय के लिए डायरेक्टर बनाया था। साथ ही चंदन मित्तल से कुछ फ्लैट खरीदे थे। कदमा-सोनारी में प्रोपर्टी शिवम मेट कॉम, कृष्णा मेट कॉम व नर्सिग मेट कॉम नाम से खरीदी गई। इन कंपनियों का पता कदमा दर्शाया गया। इन तीनों के पते को सत्यापित किया गया तो ये फर्जी निकले। तीनों कंपनियां महज कागज पर चल रही थीं। पोद्दार बंधु ने कोलकाता की दो कंपनियों मेडो प्रोजेक्टर प्राइवेट लिमिटेड व वंडल डील कॉम को भी खरीदा था। इन दोनों कंपनियों के एकाउंट से ही सर्किट हाउस में प्रोपर्टी खरीदी गई। पोद्दार बंधु ने पिछले एक वर्ष में जिनसे भी जमीन-जायदाद खरीदी है, सभी को आयकर विभाग समन जारी करेगा ताकि यह पता चल सके कि प्रोपर्टी कितने में खरीदी गई और रुपये का भुगतान कैसे हुआ।

विपिन गिरि फरार

चांडिल स्थित वनांचल इस्पात में काम करने वाले विपिन कुमार गिरि को पोद्दार बंधु व चिंटू भालोटिया ने कंपनी का डायरेक्टर बना रखा था। विपिन के नाम पर करोड़ों रुपये का कारोबार किया गया। आयकर विभाग की टीम गुरुवार को विपिन कुमार गिरि को खोजने चांडिल पहुंची थी। वनांचल इस्पात के पास ही विपिन कुमार गिरि एक किराए के मकान में रहता है। आयकर अधिकारी विपिन का बयान लेना चाहते थे लेकिन वह फरार हो गया। उसकी अनुपस्थिति में टीम के सदस्यों ने विपिन की पत्‍‌नी रीता देवी का बयान लिया। विपिन को कंपनी की ओर से मात्र सात हजार रुपए प्रत्येक माह दिए जाते थे। विपिन कुमार गिरि से पहले पोद्दार बंधु व चिंटू भालोटिया ने कंपनी में नितेश पांडेय को डायरेक्टर बनाया था। आयकर विभाग की टीम नितेश की तलाश कर रही है। उससे कई अहम जानकारियां मिल सकती है। आयकर विभाग को अजय शर्मा नामक युवक की भी तलाश है।

गाजियाबाद में भी खरीदी है संपत्ति

आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी में पाया कि चिंटू भालोटिया ने गाजियाबाद में भी प्रॉपर्टी खरीदी है। वह कई बार विदेश का दौरा कर चुका है।

मामला आरईआइसी में होगा रेफर

पोद्दार बंधु, चिंटू भालोटिया व चंदन मित्तल का मामला रिजनलइकोनॉमिक इंटेलिजेंस काउंसिल (आरईआईसी) में रेफर होगा। आरईआइसी में आयकर विभाग, सेंट्रल एक्साइज, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय व आरबीआइ की टीम शामिल है। आरईआईसी की बैठक प्रत्येक महीने में एक बार होती है। आयकर विभाग की छापेमारी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की रूपरेखा आरईआईसी की बैठक में तय होती है। इस छापेमारी में बैंक की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।

छापेमारी में हाथ लगे दस्तावेज

-ख्म् करोड़ की प्रोपर्टी एक वर्ष में खरीदी

-क्.भ् करोड़ की गाड़ी

-भ्0 लाख रुपये नकद

-क्0 करोड़ का स्टॉक

-भ्.फ्0 करोड़ का प्रीमियम शेयर

-भ्। 70 करोड़ का लिंक एकाउंट