पोटका में डंपर तो एनएच-33 पर दस चक्का ट्रक को फूंका

छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: झारखंड बंद के दौरान गुरुवार को बंद समर्थकों के उपद्रव से पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण इलाके तो हलकान रहे ही, शहरी इलाकों में भी कई स्थानों पर तोड़फोड़ व आगजनी की गई। हालांकि शहर के अधिकांश इलाकों में बंद का आंशिक असर रहा, लेकिन जिस-जिस इलाके से बंद समर्थक गुजरे, बाजारों-दुकानों को अस्त-व्यस्त करते गये।

बंद समर्थकों के उपद्रव की शुरुआत पोटका थाना क्षेत्र के धामधूम गांव (रंकिणी मंदिर के समीप) से हुई, जहां गुरुवार की मध्यरात्रि करीब दो बजे डंपर में आग लगा दी गई। पोटका के तिरुलडीह में कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद सुबह से ही जगह-जगह सड़क के बीच टायर जलाकर आवागमन अवरुद्ध करने का प्रयास किया गया। सुबह से दोपहर तक करनडीह से पारडीह-पिपला तक बंद समर्थक व पुलिस बल के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहा। दोपहर में एमजीएम थाना क्षेत्र के पिपला में एनएच-33 पर भी एक दस चक्का ट्रक को आग के हवाले कर दिया गया। पारडीह मार्ग पर सड़क पर टायर जलाकर मार्ग को अवरुद्ध किया गया। टाटा-रांची, टाटा-घाटशिला, टाटा-हाता रोड पर दिन भर भारी वाहनों का आवागमन बाधित करने के लिए बंद समर्थक ट्रक चालकों को पीटते रहे और उनके ट्रकों की हवा खोलते रहे। टाटा-हाता रोड पर करीब दर्जन भर ट्रकों को यहां-वहां सड़क पर हवा खोल कर चाबी झाड़ी मे फेंक दी गई। इससे शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में दिन भर बंदी का माहौल बना रहा।

जमशेदपुर शहर में बंद का असर बहुत कम दिखा। शहर में इलाकावार झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस पार्टी, झारखंड विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रैली-जुलूस निकाल बंद कराई, लेकिन अधिकांश इलाकों में बंद को कोई असर नहीं दिखा। टेल्को के खड़ंगाझाड़ में घोड़ाबांधा से आए झामुमो के बंद समर्थकों ने प्लाजा मोड़ में दुकानदारों के साथ मारपीट की तो वाहनों के शीशे फोड़ डाले व दुकानों में आंशिक तोड़फोड़ की। बिष्टुपुर में झामुमो कार्यकर्ताओं ने दुकानों में उपद्रव किया, शो-रूम में हंगामा किया और ऑटो वालों पर लाठियां चटकाई। बिष्टुपुर गोलचक्कर के सामने पेट्रोल पंप और डायगनल रोड स्थित दो शोरूम में तोड़फोड़ की गई। साकची बंगाल क्लब से जुबिली मार्ग के किनारे बंद समर्थकों ने कई ठेले को पलट दिया। कदमा बाजार में दुकानें झामुमो के प्रभाव के कारण बंद रहीं, जबकि मानगो का इलाका बंद से बेपरवाह दिखा। यहां बाजार आम दिनों की तरह सजे रहे। बिष्टुपुर मेरीन डाइव मार्ग को बंद समर्थकों ने सड़क पर जगह-जगह टायर जलाकर मार्ग को अवरुद्ध कर रखा था। गोविंदपुर में झामुमो समर्थकों ने चांदनी चौक के पास मिनी ट्रक में तोड़फोड़ की। गोविंदपुर बाजार में बंद समर्थकों और दुकानदारों के बीच नोक-झोंक हुई। बंद समर्थक तीर-धनुष, लाठी-डंडा और हॉकी से लैंस थे। दुकानदारों के साथ मारपीट भी की गई। सबसे अधिक प्रभाव करनडीह-परसुडीह व सुंदरनगर इलाके में दिखा। यहां सभी दुकानें लगभग बंद थी। बागबेड़ा और जुगसलाई क्षेत्र में सुबह 11 बजे तक दुकानें खुली रही। सड़क पर उतरे बंद समर्थकों ने दुकानों को बंद कराया। इनकी गिरफ्तारी के बाद दुकानें पुन खुल गई। स्टेशन रोड बंद से अछूता रहा। सुरक्षा के मद्देनजर रैफ तैनात की गई थी। सोनारी में भी जिधर से झामुमो के बंद समर्थक हल्ला-गुल्ला करते निकले, उन इलाकों की दुकानें कुछ देर के लिए बंद रहीं, इसके अलावा इलाके में बंद का कोई असर नहीं दिखा।

बंद का व्यापक असर लंबी दूरी की बसों पर पड़ा। मानगो बस स्टैंड से बंगाल, ओडिशा व बिहार जाने वाली बसों के पहिये दिन भर थमे रहे। इससे राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इस बार ऑटो चालक बंद से कुछ हद तक बेपरवाह दिखे। जो ऑटो चालक बंद समर्थकों के सामने आए उन्हें तो लाठी तक खानी पड़ी, लेकिन जो बंद समर्थकों की टोली के सामने नहीं आए उनकी कमाई शुक्रवार को दुगनी रही। इस बीच दिन भर झामुमो, झाविमो, सीपीआई, कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं समेत बंद समर्थकों की गिरफ्तारी होती रही।